Thursday, November 27, 2008

Mumbai blasts...worst disaster










Four top officers among 11 cops killed in Mumbai


NSG Commandos enter Taj, Trident hotels; firing on




Describing the terror attacks in Mumbai, which claimed 80 lives, as the `worst-ever' in the city, Maharashtra Governor S C Jamir on Wednesday said the strikes targeted innocent civilians and gallant police officers. "My heart goes out to innocent people and the brave police officers who became martyrs while discharging their duty," Jamir said. Anti-Terrorism Squad (ATS) chief Hemant Karkare was among the policemen killed in encounters with the terrorists. "I express strong resolve of the Maharashtra Government that terrorists will be brought to justice," he asserted. Over 270 people were injured in the explosions and firings since last night at several places in the metropolis. Five-star hotels and Mumbai CST railway stations were among the targets।




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Wednesday, November 26, 2008

सुन मेरे बन्धुरे ,सुन मेरे मितवा ..फ़िल्म > सुजाता

सुन मेरे बंधू रे, सुन मेरे मितवा
सुन मेरे साथी रे

होता तू पीपल, मैं होती अमर लता तेरी
तेरे गले माला बन के, पड़ी मुसकाती रे
सुन मेरे साथी रे
सुन मेरे बंधू रे ...
दीया कहे तू सागर, मैं होती तेरी नदिया
लहर बहर कर तू अपने, पीया चमन जाती रे
सुन मेरे साथी रे
सुन मेरे बंधू रे ...

सैय्या झूटों का बड़ा सरताज निकला ..फ़िल्म : दो आँखे बाराह हाथ

सैंया झूठों का बड़ा सरताज निकला
मुझे छोड़ चला, मुख मोड़ चला
दिल तोड़ चला बड़ा धोखेबाज निकला
सैंया झूठों का ...

चल दिया ज़ुल्मी मुझसे बहाना बना
मेरे नन्हे से दिल को निशाना बना
बड़ा तीखा वो तीरन्दाज निकला
मुझे छोड़ चला ...
सैंया झूठों का ...

मैंने इक दिन ज़रा सी जो की मसखरी
चल दिया नज़रें घुमाके वो गुस्से भरी
मेरा छैला बड़ा नाराज निकला
मुझे छोड़ चला ...
सैंया झूठों का ...

परदेसी की प्रीत बड़ी होती बुरी
जैसे मीठी ज़हर भरी हो तीखी छुरी
मैं तो भोली सी वो चालबाज निकला
मुझे छोड़ चला ...
सैंया झूठों का ...

कुछ दिनों से पिया हम से ना बोलता
न हमारा घूँघटवा का पट खोलता
इस गुप-चुप का
इस गुप-चुप का भेद देखो आज निकला
मुझे छोड़ चला ...

सर पे टोपी लाल हाथ में रेशम का रुमाल ..फ़िल्म :तुम सा नहीं देखा

सर पे टोपी लाल, हाथ में रेशम का रूमाल, हो, तेरा क्या कहना
गोरे-गोरे गाल पे उलझे-उलझे बाल, हो, तेरा क्या कहना

मेरा दिल तो जान-ए-जां, चुराके चली कहाँ, नशे में भरी-भरी
चुराऊँ मैं दिल तेरा, जिगर भी नहीं मेरा, उमर भी नहीं मेरी
बहकी-बहकी चाल, हाय, लचके जैसे डाल, हो, तेरा क्या कहना
सर पे टोपी ...

हो, ये क्यों दिल पे हाथ है, वो क्या ऐसी बात है, हमें भी बताइए
भला इतनी दूर से, कहूँ क्या हुज़ूर से, ज़रा पास आइए
हो हो के बेहाल बालमा, ये सतरँगी चाल, हो, तेरा क्या कहना

गोरे गोरे गाल ...

तमन्ना थी कम-से-कम, कोई फूल बनके हम तेरी ज़ुल्फ़ चूमते
रही आर्ज़ू सनम, तेरा रूप लेके हम, शरानी से झूमते
बहकी-बहकी चाल, हाय, लचके जैसे डाल, हो, तेरा क्या कहना
सर पे टोपी ...

सर जो तेरा चकराए या दिल डूबा जाए ..फ़िल्म :प्यासा

सर जो तेरा चकराये, या दिल डूबा जाये
आजा प्यारे पास हमारे, काहे घबराय, काहे घबराय

(तेल मेरा है मुस्की, गन्ज रहे न खुस्की
जिस के सर पर हाथ फिरा दूँ, चमके किस्मत उसकी ) - २
सुन सुन सुन, अरे बेटा सुन, इस चम्पी में बड़े बड़े गुन
लाख दुखों की एक दवा है, क्यूँ ना आज़माये
कहे घबराये, कहे घबराये
सर जो तेरा ...

(प्यार का होवे झगड़ा, या बिज़िनेस का हो रगड़ा
सब लफ़ड़ों का बोझ हटे जब पड़े हाथ इक तगड़ा ) - २
सुन सुन सुन, अरे बाबू सुन, इस चम्पी में बड़े बड़े गुन
लाख दुखों की एक दवा है, क्यूँ ना आज़माये
कहे घबराये, कहे घबराये
सर जो तेरा ...

(नौकर हो या मालिक, लीडर हो या पबलिक
अपने आगे सभी झुकें हैं, क्या राजा क्या सैनिक ) - २
सुन सुन सुन, अरे बेटा सुन, इस चम्पी में बड़े बड़े गुन
लाख दुखों की एक दवा है, क्यूँ ना आज़माये
कहे घबराये, कहे घबराये
सर जो तेरा ...

सैय्या दिल में आना रे फ़िल्म : बहार ....(१९५१ )

सैंया दिल में आना रे
आके फिर न जाना रे
ओ आके फिर न जाना रे
छम छमा छम छम
राज बन के आना रे
मोहे लेके जाना रे
ओ मोहे लेके जाना रे
छम छमा छम छम

चाँदनी रात होगी तारों की बरात होगी/२
पहली पहली प्यार की पहली पहली बात होगी/२
खुशी खुशी से गाएंगे हम गीत सुहाना रे
सैंया दिल में आना रे
आके फिर न जाना रे
ओ आके फिर न जाना रे
छम छमा छम छम

थोड़ी थोड़ी खेल होगी थोड़ा थोड़ा प्यार होगा/२
कभी इकरार होगा कभी इनकार होगा/२
तेरा मनना मेरा रूठ जाना रे
सैंया दिल में आना रे
आके फिर न जाना रे
ओ आके फिर न जाना रे
छम छमा छम छम

तुम मेरे पास होगे ग़म बदे दूर होगा/२
केह्त है जिया मेरा होग ज़रूर होगा/२
लाना रे लाना ? लाना रे
सैंया दिल में आना रे
आके फिर न जाना रे
ओ आके फिर न जाना रे
छम छमा छम छम
राज बन के आना रे
मोहे लेके जाना रे
ओ मोहे लेके जाना रे
छम छमा छम छम

Tuesday, November 25, 2008

सुनो जाना सुनो जाना फ़िल्म : हम सब उस्ताद है

सुनो जानाँ सुनो जानाँ मेरे पहलू से मत जाना

अगर जाना तो यूँ जाना जुदा सर तन से कर जाना
सुनो जानाँ ...

ये चेहरा क्यूँ छुपाए हो ये दामन क्यों बचाए हो
ज़रा बैठो चले जाना कई दिन में तो आए हो
तुम इक रंगीन धोखा हो नहीं मालूम क्या-क्या हो
तुम्हें तकलीफ़ तो होगी घड़ी भर को ठहर जाना
सुनो जानाँ ...

निगाह-ए-नाज़ की बातें जवाँ-अंदाज़ की बातें
अभी तो तुमसे करनी हैं बहुत सी राज़ की बातें
अभी से बेवफ़ाई है दुहाई है दुहाई है
मेरे पास आओ पहले फिर जिधर चाहो उधर जाना
सुनो जानाँ ...

ये आख़िर कैसा वादा है कहो अब क्या इरादा है
मुझे दिल दे के दिल ले लो सौदा सीधा-सादा है
तुम्हें पहचानने वाले नहीं यूँ मानने वाले
कहीं तुम बातों-बातों में न अपना काम कर जाना
सुनो जानाँ ..
.

सुन सुन सुन जालिमा फ़िल्म : आर पार

सुन सुन सुन सुन ज़ालिमा
प्यार हमको तुमसे हो गया
दिल से मिला ले दिल मेरा
तुझको मेरे प्यार की क़सम

प्यार की नज़र से दूर यूँ न ज़िंदगी गुज़ार
हुस्न तू है इश्क़ मैं कर भी ले नज़र को चार
चार मैं नज़र करूँ और फिर हुज़ूर से
पास यूँ न आईए बात कीजे दूर से
सुन सुन सुन सुन ज़ालिमा ...

दुर कब तलक रहूँ, फूल तू है रंग मैं
मैं तो हूँ तेरे लिये, डोर तू पतंग मैं
कट गई पतंग जी, डोर अब न डालिये
और किसी के सामने जा के दिल उछालिये
सुन सुन सुन सुन ज़ालिमा ...

बात रह न जाये फिर, वक़्त ये गुज़र न जाये
मेरे प्यार का ये हार टूट कर बिखर न जाये
प्यार प्यार कह के तू दिल मेरा न लूट रे
कह रहा है तू जो बात, हो ना झूठ-मूठ रे
सुन सुन सुन सुन ज़ालिमा ...

सुन ले पुकार आई ....फ़िल्म : फूल और पत्थर

दिया ना बुझे मेरे घर का
मेरी तक़दीर के मालिक

सुन ले पुकार आई आज तेरे द्वार -२
लेके आँसुओं की धार मेरे साँवरे -२
मैं तो एक भीख माँगूँ तोसे फैला के हाथ रे
सुन ले पुकार ...

बिनती करूँ मैं तोसे जग के खिवैया -२
डूब न जाए मेरी आशा की नैया -२
किसको दिखाऊँ जा के दर्द मैं अपना
कोई नहीं है मेरा ( कृष्ण कन्हैया ) -२
सुन ले पुकार ...

मैने प्रभु आज तक कुछ नहीं माँगा -२
आज तो दान दे-दे अपनी दया के
बदले में चाहे मेरी जान भी ले-ले
बचा ले सहारा दाता ( इस दुखिया का ) -२
सुन ले पुकार ...

सुभान अल्लाह हाय हसीं चेहरा हाय ..फ़िल्म : काश्मीर की कलि

सुभान अल्लाह हाय हसीं चेहरा हाय
सुभान अल्लाह हसीं चेहरा ये मस्ताना अदाएँ
ख़ुदा महफ़ूज़ रखे हर बला से हर बला से

तुम्हें देखा हाय तो दिल बोला हाय
तुम्हें देखा तो दिल बोला तुमको दूँ दुआएँ
ख़ुदा महफ़ूज़ रखे ...

करे पूजा ज़माना जिसकी वो तस्वीर हो तुम
मिला करती है जन्नत जिससे वो तक़दीर हो तुम
क़मर पतली हाय नज़र बिजली हाय ज़ुल्फ़ें हैं या घटाएँ
ख़ुदा महफ़ूज़ रखे ...

न जाने किसकी क़िस्मत में है मुखड़ा चाँद सा ये
न जाने किसके घर चमकेगा टुकड़ा चाँद का ये
इजाज़त हो तो फिर हम भी मुक़द्दर आज़माएँ
ख़ुदा महफ़ूज़ रखे ...

बड़ी हसरत से तुमको देखता है ये ज़माना
सुनाना चाहता है हर कोई अपना फ़साना
कोई दिल हो कोई महफ़िल जहाँ भी आप जाएँ

सुल्ताना सुल्ताना तू न घबराना ..फ़िल्म : श्रीमान फंटूश

कि : सुल्ताना सुल्ताना तू न घबराना
तेरे-मेरे प्यार को क्या रोकेगा ज़माना
तोड़ के सब दीवारें तुझको ले जाएगा दीवाना
ल : सुलेमान सुलेमान तू न घबराना
तेरे-मेरे प्यार को क्या रोकेगा ज़माना
शमा उसी महफ़िल में जलेगी जिसमें होगा परवाना

तेरी हो जाऊँ मैं दौड़ी चली आऊँ
मेरा नाम ले के पुकारो तो ज़रा
कि : मैं तेरा हो जाऊँ जान-ओ-दिल लुटाऊँ
कभी अपनी ज़ुल्फ़ें सँवारो तो ज़रा
ल : जब ये ज़ुल्फ़ें
कि : लहराएँ
ल : काले बादल
कि : छा जाएँ
ल : तौबा बन जाए अफ़साना
कि : सुल्ताना सुल्ताना ...

क्या चुप रहेंगे भला ये कब कहेंगे
के होँठों पे अपने रुकी है कोई बात
ल : दुनिया ने हाय पहरे हैं लगाए
अभी तो है मुश्किल हमारी मुलाकात
कि : दुश्मन मेरे
ल : सो जाएँ
कि : जब अँधेरे
ल : हो जाएँ
कि : मेरे ख़्वाबों में आ जाना
सुल्ताना सुल्ताना ...

Sunday, November 23, 2008

सोजा राज कुमारी सोजा ...फ़िल्म : जिंदगी (सैगल साब का गाना )

सो जा (slow)
सो जा राजकुमारी सो जा
सो जा मैं बलिहारी सो जा
सो जा राजकुमारी सो जा

सो जा मीठे सपने आएँ
सपनों में पी दरस दिखाएँ - २
उड़ कर रूपनगर में जाएँ - २
रूपनगर की सखियां आएँ - २
राजाजी माला पहनाएँ - २
चूमे मांग तिहारी सो जा
सो जा राजकुमारी सो जा

श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम : फ़िल्म: गीत गाता चल

श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम

साँवरे की बंसी को बजने से काम
राधा का भी श्याम वोतो मीरा का भी श्याम

जमुना की लहरें बंसीबट की छैयां
किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैया
श्याम का दीवाना तो सारा बृज धाम
लोग करें मीरा को ...
कौन जाने बाँसुरिया किसको बुलाए
जिसके मन भाए वो उसी के गुण गाए
कौन नहीं बंसी की धुन का गुलाम
राधा का भी ...

शीशे से पी या पैमाने से पी ..फ़िल्म : फूल और पत्थर

शीशे से पी, या पैमाने से पी
या मेरी आँखों के मैख़ाने से पी
पर पी दीवाने, ख़ुशी से जी दीवाने) -२
शीशे से पी, या पैमाने से पी

(हुस्न खड़ा है तेरी राहों में
डाल दे बाहें ज़रा बाहों में) -२
रात सुहानी है, बहकी जवानी
पी ले निगाहों ही निगाहों में

(जान ले आँखों के इशारों को
लूट ले दुनिया की बहारों को) -२
मैं हूँ सनम तेरी

तुझको क़सम मेरी
छेड़ ले तू भी दिल के तारों को

(देख ये घड़ी फिर ना आयेगी
ज़ुल्फ़ों की घटा फिर ना छायेगी
बात समझ मेरी
कल ये उमर तेरी
मौसम की तरह बीत जायेगी

शराबी शराबी ये सावन का मौसम ..फ़िल्म :नूरजहाँ

शराबी-शराबी ये सावन का मौसम
ख़ुदा की क़सम ख़ूबसूरत न होता
अगर इसमें रंग-ए-मुहब्बत न होता
शराबी-शराबी ...

सुहानी-सुहानी ये कोयल की कूकें
उठाती हैं सीने में रह-रह के हूकें
छलकती है मस्ती घने बादलों से
उलझती हैं नज़रें हसीँ आँचलों से
ये पुरनूर मंज़र
ये पुरनूर मंज़र ये रंगीन आलम
ख़ुदा की क़सम ख़ूबसूरत न होता
अगर इसमें रंग-ए-मुहब्बत न होता
शराबी शराबी ...

गुलाबी-गुलाबी ये फूलों के चेहरे
ये रिमझिम के मोती ये बूँदों के सेहरे
कुछ ऐसी बहार आ गई है चमन में
के दिल खो गया है इसी अंजुमन में
ये महकी नशीली
ये महकी नशीली हवाओं का परचम
ख़ुदा की क़सम ख़ूबसूरत न होता
अगर इसमें रंग-ए-मुहब्बत न होता
शराबी शराबी ...

ये मौसम सलोना अजब ग़ुल खिलाए
उमंगें उभारे उम्मीदें जगाए
वो बेताबियाँ दिल से टकरा रहीं हैं
के रातों की नींदें उड़ी जा रहीं हैं
ये सहर-ए-जवानी
ये सहर-ए-जवानी ये ख़्वाबों का आलम
ख़ुदा की क़सम ख़ूबसूरत न होता
अगर इसमें रंग-ए-मुहब्बत न होता
शराबी शराबी ...

सैंया ले गयी जिया तेरी पहली नजर फ़िल्म : एक फूल दो माली

सैयाँ ले गई जिया तेरी पहली नज़र -२
कैसा जादू किया तूने मोपे ओ जादूगर
सैयाँ ले गई ...

( पहले लगत इक सपना सा
अब तो लगत मोहे अपना सा ) -२
ले चल हाथ पकड़ के सजना चाहे जिधर
सैयाँ ले गई ...

( आ गई बलम तेरी बातों में
क्या है न जाने तेरी आँखों में ) -२
भूल गई मैं प्यार में तेरे अपनी डगर
सैयाँ ले गई ...

( जानूं कि तू हरजाई है
सोचूँ क्यूँ आँख मिलाई है ) -२
लेकिन तुझको देख रही ना अपनी ख़बर
सैयाँ ले गई ...

सवेरे वाली गाड़ी से चले जायेंगे ...फ़िल्म : लाट साब

र: सवेरे वालि गाड़ी से चले जायेंगे -४
कुछ ले के जायेंगे
हो कुछ दे के जायेंगे
सवेरे वालि गाड़ी से चले जायेंगे -२

( ये मेला दो घड़ी का दो दिनों की है बहार
समय की बहती धार कहती जाती है पुकार ) -२
पुकार हाय हाय हाय-हाय
महमान कब रुके हैं कैसे रोके जायेंगे -२
कुछ ले के जायेंगे
हो कुछ दे के जायेंगे
सवेरे वालि गाड़ी सवेरे वालि
को: सवेरे वालि गाड़ी से चले जायेंगे -२

र: ( मिलो तो मिलो प्यार से बोलो तो मीठी बात
हमारे बड़े भाग हुई तुमसे मुलाकात ) -२
मुलाकात हाय हाय हाय
मिलेगा कुछ तो दिल जो यहाँ खो के जायेंगे
कुछ ले के जायेंगे
हो कुछ दे के जायेंगे
सवेरे वालि गाड़ी हाँ सवेरे वालि होय-होय
को: सवेरे वालि गाड़ी से चले जायेंगे -२

र: ( निशानी कोई प्यार की तो छोड़ जायेंगे
कहानी कोई प्यार की तो जोड़ जायेंगे ) -२
तो जोड़ जायेंगे हाय हाय
बनेंगे किसी के किसी के हो के जायेंगे
कुछ ले के जायेंगे
हो कुछ दे के जायेंगे
सवेरे वालि गाड़ी सवेरे वालि
को: सवेरे वालि गाड़ी से चले जायेंगे -२
कुछ ले के जायेंगे
कुछ दे के जायेंगे
सवेरे वालि गाड़ी से चले जायेंगे
हो सवेरे वालि गाड़ी से चले जायेंगे

Saturday, November 22, 2008

साज हो तुम आवाज हूँ मैं ..फ़िल्म : साज j और आवाज

A very very very good song of rafi saab


साज़ हो तुम आवाज़ हूँ मैं, तुम बीना हो मैं हूँ तार
रोक सको तो रोक लो अपनी, पायल की झंकार
साज़ हो तुम ...

मेरे गीत को गीत ने समझो, प्यार की है सरगम
मेरे राग के हर एक सुर पे, घुँघरू बोले छम छम
प्रीत की लय पर झूम के नाचो, अब न करो इनकार
रोक सको तो रोक लो अपनी, पायल की झंकार
साज़ हो तुम ...

प्रेम तराना रंग पे आया, रूप ने ली अंगड़ाई
ताल पे मन की झांझर झनकी, पतली कमर बलखाई
सुध-बुध खोकर बेसुध होकर, नाच उठी गुलनार
रोक सको तो रोक लो अपनी, पायल की झंकार
साज़ हो तुम ...

तन मन झूमे गगन तो चूमे, प्रीत हुई मतवाली
आज मिला जीवन से जीवन, प्यार ने मंज़िल पाई
दिल की बाजी जीत के मैंने, जीत लिया संसार
रोक सको तो रोक लो अपनी, पायल की झंकार
साज़ हो तुम ...

सायोनारा सायो नारा .. फ़िल्म : लोव इन टोकियो

सायोनारा सायोनारा
वादा निभाऊँगी सायोनारा
इठलाती और बलखाती
कल फिर आऊँगी सायोनारा ) -२
सायोनारा.........सायोनारा

( छोड़ दे मेरी बाँहों को
रोक ना मेरी राहों को ) -२
इतनी भी बेताबी क्या
समझा अपनी निगाहों को

सायोनारा सायोनारा
वादा निभाऊँगी सायोनारा
इठलाती और बलखाती
कल फिर आऊँगी सायोनारा
सायोनारा..........सायोनारा

( चंचल शोख़ बहारों में
रस बरसाते नज़ारों में ) -२
तुझको भूल ना पाऊँगी
होगा मिलन गुलज़ारों में

सायोनारा सायोनारा
वादा निभाऊँगी सायोनारा
इठलाती और बलखाती
कल फिर आऊँगी सायोनारा
सायोनारा........सायोनारा

( होंगी रोज़ मुलाक़ातें
अपने दिन अपनी रातें ) -२
कौन हमें फिर रोकेगा
जी भर कर करना बातें

सायोनारा सायोनारा
वादा निभाऊँगी सायोनारा
इठलाती और बलखाती
कल फिर आऊँगी सायोनारा
सायोनारा ....सायोनारा -३

साथियां नहीं जाना के जी ना लगे ..फ़िल्म ;अय्या सावन झूम के

र : साथिया नहीं जाना के जी ना लगे
मौसम है सुहाना के जी ना लगे
साथिया नहीं जाना ...
ल : साथिया मैने माना के जी ना लगे
जी को था समझाना के जी ना लगे
र : साथिया नहीं जाना ...

ल : मेरे अच्छे बालमा छोड़ो आज बईयाँ
वो झूठा जो सइयाँ कल आए ना
र : जाके फिर आओगी आके फिर जाओगी
आने-जाने में जवानी ढल जाए ना
हो छोड़ो आना जाना के जी ना लगे
साथिया नहीं जाना ...

जी का बुरा हाल है जब से जी लगाया
तुझे जी में बसाया तेरे हो लिए
ल : जी का था ख़्याल तो काहे जी लगाया
मुझे जी में बसाया ऐ जी बोलिए
र : हो अब काहे पछताना के जी ना लगे
ल : साथिया मैने माना ...

जाने की तो बालमा मर्ज़ी नहीं मेरी
डर लगता है बैरी जगवालों से
र : ओय छड्डो वी ना सोणियों जग से डरते हो
जग ख़ुद डरता है दिलवालों से
ल : ओ हो छोड़ो ये बहाना
र : के जी ना लगे
दो : साथिया नहीं जाना ...

साथी हाथ बढाना साथी हाथ बढाना ..फ़िल्म : नयादौर

साथी हाथ बढ़ाना, साथी हाथ बढ़ाना
एक अकेला थक जायेगा मिल कर बोझ उठाना
साथी हाथ बढ़ाना ...

हम मेहनतवालों ने जब भी मिलकर कदम बढ़ाया
सागर ने रस्ता छोड़ा परबत ने शीश झुकाया
फ़ौलादी हैं सीने अपने फ़ौलादी हैं बाहें
हम चाहें तो पैदा करदें, चट्टानों में राहें, साथी ...

मेहनत अपनी लेख की रखना मेहनत से क्या डरना
कल गैरों की खातिर की अब अपनी खातिर करना
अपना दुख भी एक है साथी अपना सुख भी एक
अपनी मंजिल सच की मंजिल अपना रस्ता नेक, साथी ...

एक से एक मिले तो कतरा बन जाता है दरिया
एक से एक मिले तो ज़र्रा बन जाता है सेहरा
एक से एक मिले तो राई बन सकती है परबत
एक से एक मिले तो इन्सान बस में कर ले किस्मत, साथी ...

माटी से हम लाल निकालें मोती लाएं जल से
जो कुछ इस दुनिया में बना है बना हमारे बल से
कब तक मेहनत के पैरों में ये दौलत की ज़ंज़ीरें
हाथ बढ़ाकर छीन लो अपने सपनों की तस्वीरें, साथी ...

सारी सारी रात तेरी याद सताए ..फ़िल्म :आजी बस शुक्रिया

(सारी सारी रात तेरी याद सताये)-२
प्रीत जगाये हमें नींद ना आये रे
नीन्द ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये

(इक तो बलम तेरी याद जलाये
दूजे चंदा आग लगाये)-२
आग लगाये तेरी प्रीत जगाये रे
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये

(तेरी लगन बनी रोग साँवरिया
कैसे बीते बाली उमरिया
(बाली उमर मोरी बड़ा तड़पाये रे)-२
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये

(प्रीत लगा के हुए तुम तो पराये
प्यास जिया कि कौन बुझाये)-२
कौन बुझाये कोई ये समझाये रे
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये

Friday, November 21, 2008

सारे जहांसे अच्छा हिन्दुस्तान हमारा ..फ़िल्म : अपनाघर

सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुले हैं इसकी, वो गुलसितां हमारा

गुरबत में हों अगर हम, रहता है दिल वतन में
समझो वहीं हमें भी, दिल हो जहाँ हमारा, सारे ...

पर्वत हो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा, वो पासवां हमारा, सारे ...

गोदी में खेलती हैं, जिसकी हज़ारों नदियां
गुलशन है जिसके दम से, रश्क-ए-जिनां हमारा
सारे ...

ऐ आब-ए-रौंद-ए-गंगा! वो दिन है याद तुझको
उतरा तेरे किनारे, जब कारवां हमारा, सारे ...

मजहब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम वतन हैं, हिन्दोस्तां हमारा, सारे ...

यूनान, मिस्र, रोमां, सब मिट गए जहाँ से
अब तक मगर है बाकी, नाम-ओ-निशां हमारा,
सारे ...

कुछ बात है की हस्ती, मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन, दौर-ए-जहाँ हमारा, सारे ...

'इक़बाल' कोई मरहूम, अपना नहीं जहाँ में
मालूम क्या किसी को, दर्द-ए-निहां हमारा, सारे ...

सारंगा तेरी याद में .....फ़िल्म : सारंगा

सारंगा तेरी याद में नैन हुए बेचैन
मधुर तुम्हारे मिलन बिना
दिन कटते नहीं रैन, हो~
सारंगा तेरी याद में ...

वो अम्बुवा का झूलना, वो पीपल की छाँव
घूँघट में जब चाँद था, मेहंदी लगी थी पांव
हो, (आज उजड़के रह गया - २)
वो सपनों का गाँव, हो ...
सारंगा तेरी याद में ...

संग तुम्हारे दो घड़ी, बीत गये जो पल
जल भरके मेरे नैन में, आज हुए ओझल
हो, (सुख लेके दुःख दे गयीं -२)
दो अखियाँ चंचल, हो ...
सारंगा तेरी याद में ...

सारंगा तेरी याद में नैन हुए बेचैन
मधुर तुम्हारे मिलन बिना दिन कटते नहीं रैन

मधुबन के मधुकुंज में चलत बिरहा समीर
बाट तकूँ तेरी मैं प्रिये जल जमुना के तीर

सांचा नाम तेरा तू श्याम मेरा ..फ़िल्म : जुली

आशा: आ आ आ, हूँ ऊँ, आ आ
साँचा नाम तेरा
हो, साँचा नाम तेरा
तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा
सगरा जगत है झूठा साथी
टूटे दीपक बुझ जाये बाती
उशा: हर रंग में तू संग में है
चाहे साँझ हो चाहे सवेरा
दोनों: साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा

आशा: मैं तुझ में खोई रे
ऊशा: दूजा न कोई रे
आशा: आ, जागी या सोई रे
तू एक अपना जीवन सपना
दोनों: सगरा जगत है झूठा साथी
टूटे दीपक बुझ जाये बाती
आशा: मैं ने बिगाड़ा हर काम अपना
तूने सँवारा हर काम मेरा
दोनों: साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा

आशा: दुःख सुख की धारा
ऊशा: तू है किनारा
आशा: हूँ मनमोहन प्यारा
सब का खेवैया कृष्ण कंहैया
दोनों: सगरा जगत है झूठा साथी
टूटे दीपक बुझ जाये बाती
आशा: तोड़ के ये मन मंदिर बना दूँ
हो मन के मंदिर में धाम तेरा
दोनों: साँचा नाम तेरा, तू श्याम मेरा, साँचा नाम तेरा

Wednesday, November 19, 2008

संग बसंती अंग बसंती रंग बसंती ..फ़िल्म :राजा और रंक

र : संग बसंती अंग बसंती रंग बसंती छा गया
मस्ताना मौसम आ गया
को : संग बसंती अंग ...

ल : धरती का है आँचल पीला झूमे अम्बर नीला-नीला
सब रंगों में है रंगीला रंग बसंती
को : संग बसंती अंग ...

र : लहराए ये तेरा आँचल सावन के झूलों जैसा
दिल मेरा ले गया है ये तेरा रूप गोरी सरसों के फूलों जैसा
ओ लहराए तेरा आँचल सावन के झूलों जैसा
को : दिल मेरा ले गया ...
र : जब देखूँ जी चाहे मेरा नाम बसंती रख दूँ तेरा
ल : छोड़ो-छेड़ो ना
को : हो हो
ल : तेरी बातें राम दुहाई मनवा लूटा नींद चुराई
सैंया तेरी प्रीत से आई तंग बसंती
संग बसंती अंग ...
र : मस्ताना मौसम आ गया

ल : हो सुन लो देशवासियों -२
आज से इस देश में
छोटा-बड़ा कोई न होगा सारे एक समान होंगे
सुन लो देशवासियों
कोई न होगा भूखा-प्यासा पूरी होगी सबकी आशा
हम हैं राजा
र : तुम हो कौन नगर के राजे छोटा मुँह बड़ी बात न साजे
झूमो नाचो गाओ बाजे संग (?) बसंती
को : संग बसंती अंग ...

सुनो सजना पपीहे ने कहा सब से पुकार के ..फ़िल्म : आए दिन बहार के

सुनो सजना, पपीहे ने कहा सब से पुकार के

संभाल जाओ चमनावालो, के आए दिन बहार के



फूलों की डालियाँ भी यही गीत गा रही है

घडीयाँ पीया मिलन की नजदीक आ रही है

हवाओं ने जो छेदे है, फ़साने हैं वो प्यार के



देखो ना एसे देखो, माजरी हैं क्या तुम्हारी

बेचैन कर ना देना, तुम को कसम हमारी

हम ही दुश्मन ना बन जाए, कही अपने करार के



बागों में पड़ गए है, सावन के मस्त जूले

एसा समा जो देखा, राही भी राह भूले

के जी चाहा यही रख दे, उमर सारी गुजर के

Tuesday, November 18, 2008

सुन री पवन पवन पुरुवय्या ...फ़िल्म : अनुराग

सुन री पवन पवन पूरावैय्या

मई हूँ अकेली, अलबेली तू सहेली मेरी बन जा साथियां



चल तू मेरा आँचल थाम के

अनजाने रस्ते इस गाम के

साथी हैं ये मेरे नाम के

नैन ये निगोड़े किस काम के

डोले मेरा मन एसे जैसे नैय्या



कोई तो हो एसा पूछे बात जो

गिरू तो पकड़ लेवे हाथ जो

हसे रोये सदा मेरे साथ जो

सोये जागे, संग दिनरात जो

एसे हो मिलन जैसे धुप छैय्या

सुहानी रात दल चुके .....फ़िल्म : दुलारी

सुहानी रात ढल चुकी, ना जाने तुम कब आओगे

जहां की रुत बदल चुकी, ना जाने तुम कब आओगे



नजारे अपनी मस्तियाँ, दिखा दिखा के सो गए

सितारे अपनी रोशनी लूटा लूटा के सो गए

हर एक शम्मा जल चुकी, ना जाने तुम कब आओगे



तड़प रहे हैं हम यहाँ, तुम्हारे इंतजार में

फिजा का रंग आ चला हैं मौसम-ये-बहार में

हवा भी रुख बदल चुकी, ना जाने तुम कब आओगे

BLESSINGS


CONGRATS TO SOWMYA & PRANAV : 17-11-2008
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SOWMYA IS THE DAUGHTER OF Mrs. SHAKTHI WHO OWNS THE FOLLOWING BLOGS :
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best wishes to the couple

Friday, November 14, 2008

CHANDRAYAAN ........


HurraaY
The 35-kg Moon Impact Probe (MIP) hit the moon exactly at 8.31 PM, about 25 minutes after the probe instrument descended from the satellite in what ISRO described as a "perfect operation". Miniature Indian flags painted on four sides of the MIP signalled the country's symbolic entry into moon to coincide with the birth anniversary of the country's first Prime Minister Jawaharlal Nehru, observed as Children's Day.

सुहाना सफर और ये मौसम हसीं ...फ़िल्म : मधुमती

सुहाना सफर और ये मौसम हसीं

हमे डर हैं हम खो ना जाए कही

ये कौन हसता है, फूलों में छुपाकर

बहार बेचैन है, किस की ढूनापर

कही गुनगुन कही रुनाजून के जैसे नाचे जमीन

ये गोरी नदियों का चलना उछलकर

के जैसे अल्हड चले पी से मिलकर

प्यारे प्यारे ये नजारे, निखार हैं हर कही

वो आसमान जुक रहा हैं जमींपर

ये मिलन हम ने देखा यहीं पर

मेरी दुनिया, मेरे सपने मिलेंगे शायद यहीं

सौ साल पहले मुझे तुम से प्यार था ..फ़िल्म : जब प्यार किसीसे होता है

सौ साल पहले, मुजे तुम से प्यार था

आज भी है, और कल भी रहेगा

सदियों से तुज से मिलाने, जिया बेकरार था

आज भी है, और कल भी रहेगा



तुम रूठा ना करो, मेरी जान मेरी जान निकल जाती है

तुम हसती रहती हो, तो एक बिजली सी चमक जाती है

मुजे जीते जी ओ दिलबर तेरा इंतजार था,

आज भी है, और कल भी रहेगा



इस दिल के तारों में मधुर जानकार तुम ही से है

और ये हसीं जलवा, ये मस्त बहार तुम ही से है

दिल तो ये मेरा सनम तेरा तलबगार था, आज भी है,

और कल भी रहेगा



इन प्यार की राहों में, कहो तो अब ख़ुद को मिटा दू मई

और चांदी से कदमों में, धड़कते दिल को बिछा दू मई

तुजे मेरे जीवन पर सदा इख्तियार था, आज भी है,

और कल भी रहेगा

शामल शामल बरन कोमल कोमल चरण :: फ़िल्म : नवरंग

शामल शामल बरन कोमल कोमल चरण

तेरे मुखडे पे चन्दा, गगन का जादा

बड़े मन से विधाता ने तुज को घडा

तेरे बालों में सिमटी सावन की घटा

तेरे गालों पे छिटकी, पूनम की छाता

तीखे तीखे नयन मीठे मीठे बयां

तेरे अंगों पे चंपा का रंग चढ़ा

बड़े मन से विधाता ने तुज को घडा

ये उमर, ये कमर, सौ सौ बल खा रही

तेरी तिरछी नजर तीर बरसा रही

नाजुक नाजुक बदन धीमी धीमी चलन

तेरे बाँकी लटक में हैं जादू बड़ा

बड़े मन से विधाता ने तुज को घडा

किस पारस से सोना ये टकरा गया

तुजे रचकर चितेरा भी चकरा गया

ना इधर जा सका, ना उधर जा सका

रह गया देखता वो खडा ही खडा

बड़े मन से विधाता ने तुज को घडा

शोला जो बड़के.दिल मेरा धडके ;;फ़िल्म : अलबेला (१९५१)

शोला जो भड़के, दिल मेरा धड़के

दर्द जवानी का सताए, बढ़ बढ़ के

महकी हवाएं, बहके कदम मेरे

एसे में थाम लो, आ के बालम मेरे

पत्ता भी फडके, तो बिजली सी कडाके

देखा जो तुम को, दर्द गया थम

अब तो ना होंगे, तुम सी जुदा हम

जीना सकेंगे, तुम से बिछड़ के

प्यार को मेरे, किस ने पुकारा

दिल में उतर गया, किस का इशारा

याद ये किस की लाई पकड़ के

शौक नजर की बिजिलियाँ ...फ़िल्म : वो कौन थी ?

शौख नजर की बिजलियाँ, दिल पे मेरे गिराए जा

मेरा ना कुछ ख़याल कर, तू यूं ही मुस्कुराए जा

जाग उठी हैं आरजू, जैसे चिराग जल पड़े

अब तो वफ़ा की राह में, हम तेरे साथ चले पड़े

चाहे हसाए जा हमे, चाहे हमे रुलाये जा

चैन कही किसी घडा, आइये ना तेरे बीन मुजे

काश मैं इस जहाँ से, छीन लू एक दिन तुजे

मई तेरे साथ साथ हूँ, चाहे नजर बचाए जा

शर्म आती है मगर :: फ़िल्म :: पडोसन

शर्मा आती हैं मगर, आज ये कहना होगा

अब हमे आप के कदमो ही रहना होगा



आप से रूठ के हम जितना जिए खानक जिए

कई इल्जाम लिए, और कई इल्जान्म दिए

आज के बाद मगर, कुछ भी ना कहना होगा



देर के बाद ये समजे हैं मोहब्बत क्या है

अब हमे चाँद के जूमर की जरुरत क्या है

प्यार से बढ़ के भला और क्या गहना होगा



सावन का महीना पवन करे शोर ...फ़िल्म : मिलन

सावन का महीना, पवन करे सर

जियारारे जूमी एसे, जैसे बन माँ मोर

राम गजब धाये ये पूरावाय्या

नैय्या संभालो कित खोये हो खिवय्या

पूरावाय्या के आगे चले ना कोई जोर

मौजवान करे क्या जाने, हम को इशारा

जाना कहा हैं पूछे नदीयाँ की धारा

माजरी हैं तुम्हारी, ले जाओ जिस और

जिन के बालम बैरी गए हैं विदेसवा

आयी हैं ले के उनके प्यार का संदेसवा

कारी, मतवारी घटाएं घनघोर

सौ बार जनम लेंगे ...फ़िल्म : उस्तादों का उस्ताद

सौ बार जनम लेंगे, सौ बार फना होंगे

ए जाना-ये-वफ़ा फ़िर भी, हम तुम ना जुदा होंगे



किस्मत हमे मिलाने से, रोकेगी भला कब तक

इन प्यार की राहों में, भटकेगी वफ़ा कब तक

कदमों के निशाँ ख़ुद ही, मंजिल का पता होंगे

ये कैसी उदासी है, जो हुस्न पे छाई है

हम दूर नहीं तुम से, कहने को जुदाई है

अरमां भरे दो दिल फ़िर एक जगह होंगे



रफी साब का सुंदर गाना .......अगर ना सूना ..तो ...सुनो जरूर ...

सत्यम शिवम् सुन्दरम ...फ़िल्म :: सत्यम शिवम् सुन्दरम

इश्वर सत्य है, सत्य ही शिव है, शिव ही सुंदर है

जागो उठाकर देखो, जीवन ज्योत उजागर है

सत्यम शिवम सुन्दरमा, सत्यम शिवम सुन्दरमा

राम अवध में, काशी में शिव कान्हा वान्रिअदावन में

दया करो परभू देखू उन को हर घर के आँगन में

राधा मोहन शरानमा, सत्यम शिवम सुन्दरमा



एक सूर्य है, एक गगन है, एक ही धरती माता

दया करो परभू, एक बने सब सब का एक से नाता

राधा मोहन शरानमा, सत्यम शिवम सुन्दरमा

Thursday, November 13, 2008

सपने सुहाने लड़कपन के ...फ़िल्म :बीस साल बाद

सपने सुहाने लड़कपन के, मेरे नैनों में डोले बहार बन के


जब छाये घटा मतवारी, मेरे दिल पे चलाये आरी

घबराए अकेले मनवा, मैं ले के जवानी हारी

कैसे कटे दिन ये उलज़ं के, कोई ला दे जमाने वो बचपन के


जब दूर पपीहा बोले, दिल खाए मेरा हिचाखोले

मई लाज से मर मर जाऊ, जब फूल पे भंवरा डोले

छेदे पवन या तराने मन के, मुजे भाये ना ये रंग जीवन के

Tuesday, November 11, 2008

सामने ऐ कौन आया ....फ़िल्म : जवानी दीवानी

सामने ये कौन आया, दिल में हुयी हलचल

देख के बस एक ही जालक, हो गए हम पागल

बातें, मुलाकाते, हम से भी तो होगी

हम से, खुलेंगे, वो आज नहीं तो कल

रहना हैं यहाँ तो, दोनों हैं जवान तो

भला दूर कैसे रहेंगे

माना वो हसीं है, पर हम भी कम नहीं हैं

वो मगरूर कैसे रहेंगे

आंखों ही आंखों में, बातो ही बातों में

कभी जान पहचान होगी

सुन लो ये कहानी, हसीना एक अनजानी

किसी दिन मेहरबान होगी





सजन रे झूठ मत बोलो ..फ़िल्म : तीसरी खसम

सजन रे जूठ मत बोलो, खुदा के पास जाना हैं

ना हाथी हैं ना घोडा है, वहा पैदल ही जाना हैं

तुम्हारे महल चौबारे, यही रह जायेंगे सारे

अकड़ किस बात की प्यारे, ये सर फ़िर भी ज़ुकाना हैं

भला कीजे भला होगा, बुरा कीजे बुरा होगा

बही लिख लिख के क्या होगा, यही सबकुछ चुकाना हैं

लड़कपन खेल में खोया, जवानी निंदभर सोया

बुढापा देखकर रोया, वही किस्सा पुराना हैं



सैय्या जुठोंका बड़ा सरताज निकला ..फ़िल्म : दो आँखे बाराह हात

सैय्या जूठों का बड़ा सरताज निकला

मुजे छोड़ चला, मुख मोड़ चला, दिल तोड़ चला

बड़ा धोखेबाज निकला



चल दिया जुल्मी मुज़ से बहाना बना

मेरे नन्हे से दिल को निशाना बना

बड़ा तीखा वो, दैय्या तीखा वो तीरंदाज निकला



कुछ दिनों से पीया हम से ना बोलता

ना हमारा घोओंघतावा का पट खोलता

इस गुपचुप का भेद देखो आज निकला



सब कुछ सीखा हमने ..फ़िल्म : अनाडी

सबकुछ सिखा हम ने, ना सीखी होशियारी

सच हैं दुनिया वालों, के हम हैं अनाडी



दुनिया ने कितना समजाया, कौन हैं अपना कौन पराया

फ़िर भी दिल की चोट छुपाकर, हम ने आप का दिल बहलाया

ख़ुद ही मर मिटने की ये जिद हैं हमारी



दिल का चमन उजड़ते देखा, प्यार का रंग उतरते देखा

हम ने हर जीने वाले को, धन दौलत पे मरते देखा

दिल पे मरने वाले मरेंगे भिकारी



असली नकली चहरे देखे, दिल पे सौ सौ पहरे देखे

मेरे दुखते दिल से पूछो, क्या क्या ख्वाब सुनहरे देखे

टूटा जिस तारे पे नजर थी हमारी



Monday, November 10, 2008

रुत है मिलन की साथी मेरे आरे ..फ़िल्म : मेला

ल : रुत है मिलन की साथी मेरे आ रे
मोहे कहीं ले चल बाँहों के सहारे
बाग़ों में खेतों में नदिया किनारे
रुत है मिलन की ...

र : हो कोई सजनवा आजा
तेरे बिना ठंडी हवा सही ना जाए आजा
रुत है मिलन की ...

ल : जैसे रुत पे हरियाली गहरी छाए मुख पे
रंगत निखार की
र : खेतों के संग झूमें पवन में फुलवा सपनों के
डाली अरमाँ की
ल : तेरे सिवा अब तो कुछ सूझे नहीं साँवरे
रुत है मिलन की ...

र : ओ सजनिया जान ले ले कोई मोसे
अब तो लागे नैना तोसे
आजा ओ आजा
मन कहता है दुनिया तज के बस जाऊँ
तेरी आँखों में
ल : और मैं गोरी महकी-महकी घुल के रह जाऊँ
तेरी साँसों में
र : एक दूजे में यूँ खो जाएँ जग देखा करे
रुत है मिलन की ...

Saturday, November 8, 2008

रिम झिम के तराने लेके आई बरसात :: काला बाज़ार ..

गीता :: रिम झिम के तराने लेके आयी बरसात
रफ़ी: याद आये किसी से वो पहली मुलाक़ात ) - २

(गीता: भीगे तन मन पड़े रस की फुहार
रफ़ी: प्यार का सन्देसा लायी बरखा बहार ) - २
गीता: मैं ना बोलूँ, मैं ना बोलूँ आँखें करें अँखियों से बात
रफ़ी: रिम झिम के तराने लेके आयी बरसात

(रफ़ी: सुनके मतवाले काले बादलों का शोर
गीता: रूम झूम घूम घूम नाचे मन का मोर ) - २
रफ़ी: सपनों का साथी चल रहा मेरे साथ
गीता: रिम झिम के तराने लेके आयी बरसात
रफ़ी: याद आये किसी से वो पहली मुलाक़ात
दोनो: रिम झिम के तराने लेके आयी बरसात

(गीता: जब मिलते हो तुम तो छूटें दिल के तार
रफ़ी: मिलने को तुम से मैं क्यों था बेक़रार ) - २
गीता: रह जाती है, रह जाती है क्यों होठों तक आके दिल की बात
रफ़ी: रिम झिम के तराने लेके आयी बरसात
गीता: याद आये किसी से वो पहली मुलाक़ात
दोनो: रिम झिम के तराने लेके आयी बरसात!

रिम झिम के गीत सावन गाये हाय ...फ़िल्म : अनजाना

र: रिम-झिम के गीत सावन गाए, हाय
भीगी-भीगी रातों में
ल: होंठों पे बात दिलकी आए, हाय
भीगी-भीगी रातों में

ल: तेरा मेरा पूछे नाता
बड़ी वो ये घटा घंघोर है
चुप हूँ ऐसे में कह दो कैसे
मेरा साजन नहीं तू कोई और है
के तेरा नाम, होंठों पे मेरे, तेरे...
सपने मेरी आँखों में

र: रिम-झिम के गीत सावन गाए, हाय
भीगी-भीगी रातों में

र: मेरा दिल भी है दीवाना
तेरे नैना भी हैं नादान से
कुछ न सोचा, कुछ न देखा
कुछ भी पूछा न इस अंजान से
चल पड़े साथ हम ऐसे, कैसे
बनके साथी, राहों में (?)

र: रिम-झिम के गीत सावन गाए, हाय
भीगी-भीगी रातों में

बड़ी लम्बी जी की बातें
बड़ी छोटी बरखा की रात जी
ल: कहना क्या है, सुनना क्या है
कहने सुनने की अब क्या बात है
र/ल: बिन कहे, बिन सुने दिल ने दिलसे
कर लीं बातें, बातों में

र: रिम-झिम के गीत सावन गाए, हाय
भीगी-भीगी रातों में
ल: होंठों पे , बात दिलकी आए, हाय
भीगी भीगी रातों में...

रसिक बलमा हाय दिल क्यूँ लगाया.. फ़िल्म : चोरी चोरी (1956 )

रसिक बलमा, हाय, दिल क्यों लगाया
तोसे दिल क्यों लगाया, जैसे रोग लगाया

जब याद आये तिहारी
सूरत वो प्यारी प्यारी
नेहा लगा के हारी
आ~
नेहा लगा के हारी
तड़पूँ मैं ग़म की मारी
रसिक बलमा ...

ढूँधे हैं पागल नैना
पाये न इक पल चैना
डसती है उज्दड़ी रैना
आ~
डसती है उज्दड़ी रैना
कासे कहूँ मैं बैना
रसिक बलमा ...

रमय्या वस्तावय्या रमय्या वस्तावय्या ...फ़िल्म : श्री ४२०

रमय्या वस्तावय्या, रमय्या वस्तावय्या - २
मैने दिल तुझको दिया - २
हाँ रमय्या वस्तावय्या, रमय्या वस्तावय्या

नैनों में थी प्यार की रोशनी
तेरी आँखों में ये दुनियादारी न थी
तू और था तेरा दिल और था
तेरे मन में ये मीठी कटारी न थी
मैं जो दुख पाऊँ तो क्या, आज पछताऊँ तो क्या
मैने दिल तुझको दिया - २
हाँ रमय्या वस्तावय्या, रमय्या वस्तावय्या ...

उस देश में तेरे परदेस में
सोने चांदी के बदले में बिकते हैं दिल
इस गाँव में दर्द की छांव में
प्यार के नाम पर ही तड़पते हैं दिल
चाँद तारों के तले, रात ये गाती चले
मैने दिल तुझको दिया - २
हाँ रमय्या वस्तावय्या, रमय्या वस्तावय्या ...

आ ...
याद आती रही दिल दुखाती रही
अपने मन को मनाना न आया हमें
तू न आए तो क्या भूल जाए तो क्या
प्यार करके भुलाना न आया हमें
वहीं से दूर से ही, तू भी ये कह दे कभी
मैने दिल तुझको दिया - २
हाँ रमय्या वस्तावय्या, रमय्या वस्तावय्या ...

रस्ता वही और मुसाफ़िर वही
एक तारा न जाने कहाँ छुप गया
दुनिया वही दुनियावाले वही
कोई क्या जाने किसका जहाँ लुट गया
मेरी आँखों में रहे, कौन जो तुझसे कहे
मैने दिल तुझको दिया - २
हाँ रमय्या वस्तावय्या, रमय्या वस्तावय्या ...

रफ्ता रफ्ता वो हमारे ...फ़िल्म : : हम कहाँ जा रहें है

रफ़्ता रफ़्ता वो हमारे दिल के अर्माँ हो गए
पहले जाँ, फिर जान-ए-जाँ
फिर जान-ए-जानाँ हो गए
रफ़्ता रफ़्ता...

रफ़्ता रफ़्ता वो मेरी तस्कीं का सामाँ हो गए
पहले दिल फिर दिल्रुबा फिर दिल के मेहमाँ हो गए
रफ़्ता रफ़्ता...

रफ़्ता रफ़्ता उन की आँखों का नशा बढ़ने लगा
पहले मय फिर मैकदा फिर मय का तूफ़ाँ हो गए
रफ़्ता रफ़्ता ...

रफ़्ता रफ़्ता हुस्न निखरा और निखरता ही गया
पहले गुल फिर गुल्बदन फिर गुल बदामाँ हो गए
रफ़्ता रफ़्ता ...

Friday, November 7, 2008

रात कलि एक ख्वाब में आई ...फ़िल्म : बुड्डा मिलगया

रात कली एक ख्वाब में आई, और गले का हार हुई
सुबह को जब हम नींद से जागे, आँख तुम्ही से चार हुई
रात कली एक ख्वाब में आई, और गले का हार हुई

चाहे कहो इसे, मेरी मोहब्बत, चाहे हँसीं में उड़ा दो
ये क्या हुआ मुझे, मुझको खबर नहीं, हो सके, तुम ही बता दो
तुमने कदम जो, रखा ज़मीं पर, सीने में क्यों झंकार हुई
रात कली ...

आँखोंमें काजल, और लटोंमें, काली घटा का बसेरा
साँवली सूरत, मोहनी मूरत, सावन रुत का सवेरा
जबसे ये मुखड़ा, दिल मे खिला है, दुनिया मेरी गुलज़ार हुई
रात कली ...

यूँ तो हसीनों के, महजबीनों के, होते हैं रोज़ नज़ारे
पर उन्हें देख के, देखा है जब तुम्हें, तुम लगे और भी प्यारे
बाहों में ले लूँ, ऐसी तमन्ना, एक नहीं, कई बार हुई

रात भर का मेहमान अँधेरा ..फ़िल्म : सोने की चिडिया

मौत कभी भी मिल सकती है लेकिन जीवन कल न मिलेगा
मरने वाले सोच समझ ले फिर तुझको ये पल न मिलेगा

( रात भर का है मेहमां अँधेरा
किसके रोके रुका है सवेरा ) -२

रात जितनी भी संगीन होगी
सुबह उतनी ही रंगीन होगी
ग़म न कर गर है बादल घनेरा
किसके रोके रुका है ...

लब पे शिकवा न ला अश्क़ पी ले
जिस तरह भी हो कुछ देर जी ले
अब उखड़ने को है ग़म का डेरा
किसके रोके रुका है ...

यूँ ही दुनिया में आ कर न जाना
सिर्फ़ आँसू बहाकर न जाना
मुसुराहट पे भी हक़ है तेरा
किसके रोके रुका है ...

( आ कोई मिल के तदबीर सोचें
सुख के सपनों की ताबीर सोचें ) -२
जो तेरा है वही ग़म है मेरा
किसके रोके रुका है ...

राम करे ऐसा हो जाए ...फ़िल्म : मिलन

राम करे ऐसा हो जाए
मेरी निंदिया तोहे मिल जाए
मैं जागूँ, तू सो जाए
मैं जागूँ, तू सो जाए ...

(स्वप्न चला आए कोई चोरी-चोरी
मस्त पवन गाए लोरी
चंद्र किरण बनके डोरी) -२
तेरे मन को झूला झुलाए
मेरी निंदिया तोहे मिल जाए
मैं जागूँ, तू सो जाए
मैं जागूँ, तू सो जाए ...

गुज़र जाएं सुख से तेरी दुख भरी रतियाँ
बदल लूँ मैं तोसे अँखियाँ
बस में अगर हों ये बतियाँ
माँगूँ दुआएं हाथ उठाए
मेरी निंदिया तोहे मिल जाए
मैं जागूँ, तू सो जाए
मैं जागूँ, तू सो जाए ...

मैं ही नहीं तू ही नहीं
सारा ज़माना दर्द का है एक फ़साना
आदमी हो जाए दीवाना
याद करे गर भूल न जाए
मेरी निंदिया तोहे मिल जाए
मैं जागूँ, तू सो जाए
मैं जागूँ, तू सो जाए ...

Thursday, November 6, 2008

रामा रामा गजब हुयी गवा रे ...फ़िल्म : नया ज़माना

हाय राम !
रामा रामा गजब हुई गवा रे -२
हाल हमरा अजब हुई गवा रे
रामा रामा ...

आई रुत ये सुहानी बरसा पहले भी पानी
ये हुआ न जो अब हुई गवा रे
रामा रामा हो रामा रामा
रामा रामा ...

दिल मचल सा गया है कुछ बदल सा गया है
जाने कैसे ये कब हुई गवा रे
रामा रामा हो रामा रामा
रामा रामा ...

किसने जादू चलाया बरसों में जो हो न पाया
एक पल में वो सब हुई गवा रे
रामा रामा हो रामा रामा
रामा रामा ...

राही मिलगये राहों में ...फ़िल्म : दिल देखे देखो

राही मिल गये राहों में, बातें हुई निगाहों में
दिल समझा हम समझे इक़रार हो गया
वल्लाह प्यार हो गया प्यार हो गया
अब तो प्यार हो गया प्यार हो गया

कोई चला जाएगा फिर कोई पछताएगा
जागेंगे सोए सोए
रातों को खोए खोए
कोई था उनपे निसार हो गया
वल्लाह प्यार हो गया ...

जो हुआ सो हुआ
दर्द मिले या दवा
उल्फ़त में काहेका गम
जो होगा देखेंगे हम
होना था दिल को क़रार हो गया
अब तो प्यार हो गया ...

रंगोली सजावो रे रंगोली सजावो ..फ़िल्म: रंगोली

रंगोली सजाओ रे रंगोली सजाओ -२
तेरी पायल मेरे गीत आज बनेंगे दोनों मीत ) -२
रंगोली सजाओ ...

नील-गगन पर चमका तारा मैने समझा तेरा इशारा
बन गई धड़कन प्रेम-संदेसा शायद मुझको तूने पुकारा
तेरे दर पर लाई प्रीत -२
रंगोली सजाओ ...

दर्द के सुर में राग है मेरा प्यार की लय पर नाच है तेरा
जीवन बीना बाजे सुरीली जो सुर बोले नाम ले तेरा
अर्पण तुझ पर हर संगीत
रंगोली सजाओ ...

रंग रंग के फूल खिले है ..फ़िल्म :आन मिलो सजना ..

रंग रंग के फूल खिले हैं
मोहे भाये कोई रंग ना
अब आन मिलो सजना
दीपक संग पतंगा नाचे
कोई मेरे संग ना
अब आन मिलो सजना ...
सजना सजना सजना सजना ...

ढूँधते तोहे तारो के छँव में
कितने काँटे चुभे मेरे पाँव में
तूने सूरत दिखायी न ज़ालिमा
परदेसी हुआ रह के गाँव में
ओ~
ओय शाबा शाबा
प्रीत मीत बिन सूना सूना
लागे मोरा अँगना
ओ अब आन मिलो सजना ...

आयी बाग़ों में फूलो की सवारियाँ
मेले की हो गयी सब तैय्यारियाँ
तेरा मेरा मिलन कब होगा
मिली प्रीतम से सब पनहारियाँ
ओ~
ओय शाबा शाबा
दूर दूर रह के जीने से
मैं आ जाऊँ तंग ना
ओ अब आन मिलो सजना ...

कैसे पूछूँ मैं प्रेम की पहेलियाँ
संग होती हैं तेरी सहेलियाँ
वे चन्ना किस दम किया ये सहेलियाँ
मेरिया राता ने गिनिया अकेलियाँ
ओ~
ओ शाबा शाबा
रात रात भर नींद न आये
खन-खन खनके कँगना
ओ अब आन मिलो सजना ...

रंग और नूर की बरात किसे पेश करूँ ..फ़िल्म : ग़ज़ल

रंग और नूर की बारात किसे पेश करूँ
ये मुरादों की हंसीं रात किसे पेश करूँ, किसे पेश करूँ

मैने जज़बात निभाए हैं उसूलों की जगह (२)
अपने अरमान पिरो लाया हूँ फूलों की जगह
तेरे सेहरे की ...
तेरे सेहरे की ये सौगात किसे पेश करूँ
ये मुरादों की हसीं रात किसे पेश करूँ, किसे पेश करूँ

ये मेरे शेर मेरे आखिरी नज़राने हैं (२)
मैं उन अपनों मैं हूँ जो आज से बेगाने हैं
बेत-आ-लुख़ सी मुलाकात किसे पेश करूँ
ये मुरादों की हंसीं रात किसे पेश करूँ, किसे पेश करूँ

सुर्ख जोड़े की तबोताब मुबारक हो तुझे (२)
तेरी आँखों का नया ख़्वाब मुबारक हो तुझे
ये मेरी ख़्वाहिश ये ख़यालात किसे पेश करूँ
ये मुरादों की हंसीं रात किसे पेश करूँ, किसे पेश करूँ

कौन कहता है चाहत पे सभी का हक़ है (२)
तू जिसे चाहे तेरा प्यार उसी का हक़ है
मुझसे कह दे ...
मुझसे कह दे मैं तेरा हाथ किसे पेश करूँ
ये मुरादों की हंसीं रात किसे पेश करूँ, किसे पेश करूँ

रंग और नूर की ...

रुला के गया सपना मेरा ...फ़िल्म : जिवेल थीफ

रुला के गया, सपना मेरा

बैठी हूँ कब हो सवेरा

वही हैं गामा-ये-दिल वही हैं चन्दा तारे

वही हम बेसहारे

आधी रात वही हैं, और हर बात वही हैं

फ़िर भी ना आया लूटेरा

कैसी ये जिंदगी, के साँसों से हम ऊबे

के दिल डूबा, हम डूबे

एक दुखिया बेचारी, इस जीवन से हारी

उस पर ये गम का अँधेरा

रुख से ज़रा नकाब उठादों मेरे हुजुर ;;फ़िल्म : मेरे हुज़ूर

अपने रुख पर निगाह कराने दो, खूबसूरत गुनाह कराने दो

रुख से परदा हटाओ, जाना-ये-हया, आज दिल को तबाह कराने दो

रुख से ज़रा नकाब उठा दो, मेरे हुजूर

जलवा फ़िर एक बार दिखा दो, मेरे हुजूर

वो मारामारी से हाथ वो महका हुआ बदन

टकराया मेरे दिल से, मोहब्बत का एक चमन

मेरे भी दिल का फुल खिला दो, मेरे हुजूर

हुस्न-ओ-जमाल आप का शीशे में देखकर

मदहोश हो चुका हूँ मैं, जलवों की राहपर

गर हो सके तो होश में ला दो, मेरे हुजूर

तुम हमसफ़र मिले हो मुजे इस हयात में

मिल जाए जैसी चाँद कोई सूनी रात में

जाओगे तुम कहा ये बता दो, मेरे हुजूर



रुक जा रात ठहर जा रे चन्दा ..: फ़िल्म: दिल एक मन्दिर

रुक जा रात ठाहर जा रे चन्दा,

बीते ना मिलन की बेला

आज चांदनी के नगरी में,

अरमानों का मेला



पहले मिलन की यादे ले कर आयी हैं ये रात सुहानी

दोहराते हैं फ़िर ये सितारे, मेरी तुम्हारी प्रेम कहानी



कल का डरना, काल की चिंता, दो तन है, मन एक हमारे

जीवन सीमा के आगे भी, आऊँगी मैं संग
तुम्हारे

Wednesday, November 5, 2008

మనసు పరిమళించెనే ...

మనసు మరిమళించెనే తనువు పరవశించెనే
నవవసంతరాగముతో నీవు నటన చేయగనే
మనసు మరిమళించెనే తనువు పరవశించెనే
నవవసంతగానముతో నీవు చెంత నిలువగనే
మనసు
నీకు నాకు స్వాగతమనగా కోయిలమ్మ కూయగా 2
గలగల సెలయేరులలో కలకలములు రేగగా
మనసు
క్రొత్త పూల నెత్తావులతో మత్తుగాలి వీచగా 2
భ్రమరమ్ములు గుబులు గుబులుగా ఝుంఝుమ్మని పాడగా
మనసు
తెలిమబ్బులు కొండ కొనలపై హంసల వలె ఆడగా 2
రంగరంగ వైభవములతో ప్రకృతి నిను చేరగా
మనసు

అంచెలంచెలు లేని మోక్షము చాల కష్టమే భామిని ...

అంచెలంచెలు లేని మోక్షము చాల కష్టమే భామినీ
కష్టమైనను ఇష్టమేనని కోరి నిలిచితి చినమునీ
అంచెలంచెలు
అయిన కుదురుగ ఎదుట కూర్చుని గాలి గట్టిగా పీల్చుమా
స్వామీ స్వామీ...ఏమీ ఏమీ
నేను పీల్చిన గాలి నిలువక అకటా మీపై విసిరెనే
అకట మీపై విసిరినే అందుకే మరి...
అంచెలంచెలు
కనులు మూసుకు చూపులు ముక్కుపై నిలుపుమా
స్వామీ స్వామీ...ఈ మారేమీ
అచట నిలువక చూపులన్నీ అయ్యో మీపై దూకెనే
అయ్యో మీపై దూకెనే అదే మరి...
అంచెలంచెలు

Tuesday, November 4, 2008

रुख जा ओ जानेवाली रुख जा :: फ़िल्म :: कन्हय्या

रुख जा ओ जानेवाली रुख जा
मैं तो राही तेरी मंजिल का
नजरों में तेरी मैं बुरा सही
आदमी बुरा नही मैं दिल का
देखा ही नहीं तुज को, सूरत भी ना पहचानी
तू आके चली छम से, जून धुप के दिन पानी
मुद्दत से मेरे दिल के सपनों की तू रानी हैं
अब तक ना मिले लेकिन पहचान पुरानी हैं
आ प्यार की राहों में बाहों का सहारा ले
दुनिया जिसे गाती हैं, उस गीत को दोहरा ले

रोते हुए आते है सब हस्ता हवा जो जायेगा :: मुक़द्दर का सिकंदर

रोते हुए आते हैं सब हसता हुआ जो जायेगा
वो मुकद्दर का सिकंदर, जाना-ये-मन कहलायेगा

वो सिकंदर क्या था जिसने जुल्म से जीता जहाँ
प्यार से जीते दिलों को, वो ज़ुका दे आसमान
जो सितारोंपर कहानी प्यार की लिख जायेगा

जिंदगी तो बेवफा हैं एक दिन ठुकराएगी
मौत महबूबा हैं अपने साथ लेकर जायेगी

मर के जीने की अदा जो दुनिया को सिखलाएगा

हमने माना ये ज़माना दर्द की जागीर है
हर कदम पे आसूओंकी एक नयी जंजीर है
साजा-ये-गम पर जो खुशी के गीत गाता जायेगा

रूप तेरा ऐसा दर्पण में ना समाये ;;फ़िल्म ;; एक बार मुस्कुरादों

हारेगा जब कोई बाजी, तभी तो होगी किसी का जीत
दोस्त यहीं दुनिया की रीत तुम्हें मुबारक मन का मीत

रूप तेरा एसा दर्पण में ना समाये
खुशबू तेरे तन की मधुबन में ना समाये
हो मुजे खुशी मिली इतनी, के मन में ना समाये
पलक बंद कर लू, कही छलक ही ना जाए
मुजे ना मिली जो वो खुशी तूने पायी
ए दोस्त मुबारक हो तुजे प्यार की शहनाई
दुआं मेरे दिल की दामन में ना समाये
तुजे प्यार मिले इतना जीवन में ना समाये
मीत मेरा छीन लिया, तूने छब दिखाके
सदा उसे रखना, पलकों पे तू बिठाके
इतना सुख देना, जीवन में ना समाये
यूं रस बरसाना, आँगन में ना समाये

रूप तेरा मस्ताना प्यार मेरा दीवाना ..फ़िल्म : आराधना

रूप तेरा मस्ताना, प्यार मेरा दीवाना
भूल कोई हम से ना हो जाए
रात नशीली, मस्त समा है
आज नशे में, सारा जहाँ है
हाय, शराबी मौसम बहकाए
आखों से आँखे, मिलाती हैं एसे
बेचैन हो के, तूफ़ान में जैसे
मौज कोई साहिल से टकराए
रोक रहा है, हम को ज़माना
दूर ही रहना, पास ना आना
कैसे मगर कोई दिल को समजाये

Saturday, November 1, 2008

रजनी गंधा फूल तुम्हारे ..फ़िल्म : रजनी गंधा

रजनीगंधा फूल तुम्हारे, महके यूं ही जीवन में
यूं ही महके परीत पीया की मेरे अनुरागी मन में

आधिकार ये जब से साजन का हर धड़कन पर माना मैंने
मई जब से उन के साथ बंधी, ये भेद तभी जाना मैंने
कितना सुख हैं बंधन में

हर पल मेरी इन आखों में बस रहते हैं सपने उन के
मन कहता हैं मैं रंगों की, एक प्यार भरी बदली बन के
बरसू उन के आँगन में

राजा की आएगी बरात ..फ़िल्म : आह

राजा की आयेगी बरात रंगीली होगी रात मगन मैं नाचूंगी

राजा के माथे तिलक लगेगा, रानी के मांग सिन्दूर
मई भी अपने मन की आशा पूरी करूंगी जरुर
मेहंदी से पीले होंगे, सहेलीओं के साथ मगन मैं नाचूंगी

रानी के संग राजा, डोली सजा के, चले जाए परदेस
जब जब उन की याद आयेगी, दिल पे लगेगी ठेस
नैनों में होंगी बरसात अंधेरी होगी रात
अकेली मैं नाचूंगी

रैना बीती जाए शाम न आए ..फ़िल्म : अमर प्रेम

रैना बीती जाए, शाम ना आए
निंदीया ना आए
शाम को भूला, शाम का वादा
संग दिए के जागे राधा
किस सौतन ने रोकी डगरिया
किस बैरन से लागी नजरिया
बिरहा की मारी परेमादिवानी
तन मन प्यासा आखियों में पानी

रहते थे कभी जिन के दिल में ..फ़िल्म: ममता

रहते थे कभी जिन के दिल में
हम जान से भी प्यारों की तरह
बैठे हैं उन्ही के कूचें में हम
आज गुनाहगारोंकी तरह
दावा था जिन्हें हमदर्दी का
ख़ुद आ के ना पूछा हाल कभी
महफील में बुलाया हैं हम पे
हँसाने को सितामागारोंकी तरह
बरसों के सुलगते तनमन पर
अश्कों के दो छींटे दे ना सके
तपते हुए दिल के जख्मों पर
बरसे भी तो अंगारों की तरह
सौ रूप भरे जीने के लिए
बैठे हैं हजारो जहर पिए
ठोकर ना लगाना हम ख़ुद है
गिरती हुई दीवारों की तरह

राही मनवा दुःख की चिंता क्यूँ सताती है ..फ़िल्म : दोस्ती

दुःख हो या सुख जब सदा संग रहे ना कोय
फ़िर दुःख को अपनाईये, के जाए तो दुःख ना होय
राही मनवा दुःख की चिंता क्यो सताती हैं,
दुःख तो अपना साथी हैं
सुख हैं एक छाँव ढलती आती है, जाती हैं, दुःख तो अपना साथी हैं
दूर हैं मंजिल दूर सही, प्यार हमारा क्या कम हैं
पग में कांटे लाख सही, पर ये सहारा क्या कम हैं
हमराह तेरे कोई अपना तो हैं
सुख हैं एक छाँव ढलती आती हैं, जाती हैं
दुःख हो कोई तब जलाते हैं, पथ के दीप निगाहों में
इतनी बड़ी इस दुनिया की, लंबी अकेली राहों में
हमराह तेरे कोई अपना तो हैं
सुख हैं एक छाँव ढलती आती हैं, जाती हैं

रहे न रहे हम महका करेंगे ..फ़िल्म :: ममता

रहे ना रहे हम महका करेंगे
बन के कली, बन के सबा, बागा-ये-वफां में
मौसम कोइ हो इस चमन में रंग बन के रहेंगे हम खिरामा
चाहत की खुशबू यूं ही जुल्फों से उडेगी,
खिजा हो या बहारें
यूं ही जूमाते और खिलते रहेंगे, बन के कली..
खोये हम एसे, क्या हैं मिलना, क्या बिछादाना नहीं हैं याद हम को
कूंचे में दिल के जब से आये सिर्फ दिल की
जमीन हैं याद हम को
इसी सरजमीं पे हम तो रहेंगे, बन के कली..
जब हम ना होंगे, जब हमारी खानक पे तुम रुकोगे चलते चलते
अश्कों से भीगी चांदनी में एक सदा सी सुनो गे चलते चलते
वही पे कही हम तुम से मिलेंगे, बन के कली..