ఇది పాతపాటలు విరబూసిన పూలవనం .హిందీవి హిందీ లోను తెలుగువి తెలుగు లోనూ..లిఖింపబడ్డాయి.. hindi and telugu lyrics of many songs of oldentimes (upto 1980 ) can be viewed here.There are many sites /blogs for songs.. This is exclusively for Old and famous songs .. care is taken to arrange the songs alphabeticaly with prefix ' tel ' for telugusongs and "Hin" for hindi songs అక్షరవనం .....విహరించండి ..తీరికవేళల్లో...
Tuesday, October 28, 2008
Sunday, October 19, 2008
रहा गर्दिसो में हरदम ..फ़िल्म : दो बदन
रहा गर्दिशों में हरदम मेरे इश्क का सितारा
कभी डगमगाई कश्ती, कभी खो गया किनारा
कोइ दिल के खेल देखे, के मोहब्बतों की बाजी
वो कदम कदम पे जीते, मैं कदम कदम पे हारा
ये हमारी बदनसीबी, जो नहीं तो और क्या है
के उसी के हो गए हम जो ना हो सका हमारा
पड़े जब ग़मों से पाले, रहे मित के मिटने वाले
जिसे मौत ने ना पूछा, उसे जिन्दगी ने मारा
कभी डगमगाई कश्ती, कभी खो गया किनारा
कोइ दिल के खेल देखे, के मोहब्बतों की बाजी
वो कदम कदम पे जीते, मैं कदम कदम पे हारा
ये हमारी बदनसीबी, जो नहीं तो और क्या है
के उसी के हो गए हम जो ना हो सका हमारा
पड़े जब ग़मों से पाले, रहे मित के मिटने वाले
जिसे मौत ने ना पूछा, उसे जिन्दगी ने मारा
Friday, October 17, 2008
रात के हम सफर थक के घर को चले ..फ़िल्म an evening in paris
रात के हमसफ़र, थक के घर को चले
जूमाती आ रही, हैं सुबह प्यार की
देख कर सामने रूप की रौशनी
फ़िर लूटी जा रही, हैं सुबह प्यार की
सोनेवालों को हस कर जगाना भी हैं
रात के जागतों को सुलाना भी हैं
देती हैं जागने की सदा साथ ही
लोरियाँ गा रही है, सुबह प्यार की
रात ने प्यार के जाम भर कर दिए
आँखों आँखों से जो मैंने तुम ने पिए
होश तो अब तलक जा के लौटे नही
और क्या ला रही है, सुबह प्यार की
क्या क्या वादे हुए, किस ने खाई कसम
इस नयी राह पर, हम ने रखे कदम
छुप सका प्यार कब हम छुपाये तो क्या
सब समाज पा रही है, सुबह प्यार की
जूमाती आ रही, हैं सुबह प्यार की
देख कर सामने रूप की रौशनी
फ़िर लूटी जा रही, हैं सुबह प्यार की
सोनेवालों को हस कर जगाना भी हैं
रात के जागतों को सुलाना भी हैं
देती हैं जागने की सदा साथ ही
लोरियाँ गा रही है, सुबह प्यार की
रात ने प्यार के जाम भर कर दिए
आँखों आँखों से जो मैंने तुम ने पिए
होश तो अब तलक जा के लौटे नही
और क्या ला रही है, सुबह प्यार की
क्या क्या वादे हुए, किस ने खाई कसम
इस नयी राह पर, हम ने रखे कदम
छुप सका प्यार कब हम छुपाये तो क्या
सब समाज पा रही है, सुबह प्यार की
रात का शमा जुमे चन्द्रमा ..फ़िल्म : जिददी
रात का समा, जूमी चंद्रमा
तन मोरा नाचे रे, जैसे बिजुरीयाँ
देखो, देखो, देखो, हूँ नदी प्यार की
सुनो, सुनो, सुनो, बांधे मैं ना बंधी
मई अलबेली, मान लो बड़ी जिद्दी, माने मुज़ को जहाँ
नाचू, नाचू, नाचू, मोरनी बाग़ की
डोलू, डोलू, डोलू, हिरानीया मदभरी
घूँघर बाजे, छमाछम घूँघर बाजे, आरजू हैं जवान
धीरे, धीरे, धीरे, जीत मेरी हुयी
हौले, हौले, हौले, हार तेरी हुयी
तेरी तरह, जा रे जा बहोत देखे, मुज़ सा कोई कहा
तन मोरा नाचे रे, जैसे बिजुरीयाँ
देखो, देखो, देखो, हूँ नदी प्यार की
सुनो, सुनो, सुनो, बांधे मैं ना बंधी
मई अलबेली, मान लो बड़ी जिद्दी, माने मुज़ को जहाँ
नाचू, नाचू, नाचू, मोरनी बाग़ की
डोलू, डोलू, डोलू, हिरानीया मदभरी
घूँघर बाजे, छमाछम घूँघर बाजे, आरजू हैं जवान
धीरे, धीरे, धीरे, जीत मेरी हुयी
हौले, हौले, हौले, हार तेरी हुयी
तेरी तरह, जा रे जा बहोत देखे, मुज़ सा कोई कहा
रात और दिन दिया जले ..फ़िल्म : रात और दिन
रात और दिन दिया जले,
मेरे मन में फ़िर भी अंधियारा है
जाने कहा है, ओ साथी,
तू जो मिले जीवन उजियारा है
पग पग मन मेरा ठोकर खाए,
चाँद सूरज भी राह ना दिखाए
एसा उजाला कोई मन में समाये,
जिस से पीया का दर्शन मिल जाए
गहरा ये भेद कोई मुज़ को बताये,
किसने किया हैं मुज़पर अन्याय
जिस का हो दीप वो सुख नहीं पाये,
ज्योत दिए की दूजे घर को सजाये
ख़ुद नहीं जानू ढूंढें किस को नजर,
कौन दिशा हैं मेरे मन की डगर
कितना अजब ये दिल का सफर,
नदियाँ में आए जाए जैसे लहर
मेरे मन में फ़िर भी अंधियारा है
जाने कहा है, ओ साथी,
तू जो मिले जीवन उजियारा है
पग पग मन मेरा ठोकर खाए,
चाँद सूरज भी राह ना दिखाए
एसा उजाला कोई मन में समाये,
जिस से पीया का दर्शन मिल जाए
गहरा ये भेद कोई मुज़ को बताये,
किसने किया हैं मुज़पर अन्याय
जिस का हो दीप वो सुख नहीं पाये,
ज्योत दिए की दूजे घर को सजाये
ख़ुद नहीं जानू ढूंढें किस को नजर,
कौन दिशा हैं मेरे मन की डगर
कितना अजब ये दिल का सफर,
नदियाँ में आए जाए जैसे लहर
राह बनी ख़ुद मंजिल फ़िल्म ; कोहरा
राह बनी ख़ुद मंजिल
पीछे रह गयी मुश्किल साथ जो आए तुम
देखो फूल बन के सारी धरती खिल पडी
गुजरे आरजू के रास्तों से जिस घड़ी, जिस्म चुराए तुम
ज़राना कह रहा हैं, मेरे दिल की दास्ताँ
मेरी प्यास लेकर छा रही हैं मस्तियाँ, जीन में नहाये तुम
पंछी उड़ गए सब गा के नगमा प्यार का
लेकिन दिल ने एसा जाल फेंका प्यार का, उड़ने ना पाये तुम
पीछे रह गयी मुश्किल साथ जो आए तुम
देखो फूल बन के सारी धरती खिल पडी
गुजरे आरजू के रास्तों से जिस घड़ी, जिस्म चुराए तुम
ज़राना कह रहा हैं, मेरे दिल की दास्ताँ
मेरी प्यास लेकर छा रही हैं मस्तियाँ, जीन में नहाये तुम
पंछी उड़ गए सब गा के नगमा प्यार का
लेकिन दिल ने एसा जाल फेंका प्यार का, उड़ने ना पाये तुम
Wednesday, October 8, 2008
पीया तू अब तो आजा ...फ़िल्म :कारवां
आ: पिया तू... अब तो आ जा हे हे हे हे
रा: मोनीका ...
आ: वो आ गया ... देखो ... देखो ... वो आ गया
रा: मोनीका मोनीका ...
आ: पिया तू अब तो आ जा
शोला सा मन दहके आ के बुझा जा
तन की ज्वाला ठंडी हो जा
ऐसे गले लगा जा
अह हं हह हहा
अह हं हह हहा
रा: मोनीका, माइ डार्लिन्ग ...
प्यासे प्यासे इन मेरे लबों के लिये
तेरे होठों ने हज़ार वादे किये
भूलने वाले कोई जिये तो कैसे जिये
अरे हां अरे हां अरे हां हा
ला ला ल ला ला ल ला ला ल ला ला ल ला आ आ
पिया तू ...
मेरी हालत पे रहे जो तेरा करम
वो बात भी मुझको क़ुबूल है ओ सनम
जिसकी खातिर रुक लिये थे मेरे कदम
अरे हां अरे हां अरे हां हा
ला ला ल ला ला ल ला ला ल ला ला ल ला आ आ
पिया तू ...
रा: मोनीका ...
आ: वो आ गया ... देखो ... देखो ... वो आ गया
रा: मोनीका मोनीका ...
आ: पिया तू अब तो आ जा
शोला सा मन दहके आ के बुझा जा
तन की ज्वाला ठंडी हो जा
ऐसे गले लगा जा
अह हं हह हहा
अह हं हह हहा
रा: मोनीका, माइ डार्लिन्ग ...
प्यासे प्यासे इन मेरे लबों के लिये
तेरे होठों ने हज़ार वादे किये
भूलने वाले कोई जिये तो कैसे जिये
अरे हां अरे हां अरे हां हा
ला ला ल ला ला ल ला ला ल ला ला ल ला आ आ
पिया तू ...
मेरी हालत पे रहे जो तेरा करम
वो बात भी मुझको क़ुबूल है ओ सनम
जिसकी खातिर रुक लिये थे मेरे कदम
अरे हां अरे हां अरे हां हा
ला ला ल ला ला ल ला ला ल ला ला ल ला आ आ
पिया तू ...
पीया मिलन को जाना ...फ़िल्म : कपाल कुंडल
पिया मिलन को जाना, हां पिया मिलन को जाना
जग की लाज, मन की मौज, दोनों को निभाना
पिया मिलन को जाना, हां पिया मिलन को जाना
काँटे बिखरा के चलूं, पानी ढलका के चलूं - २
सुख के लिये सीख रखूं - २
पहले दुख उठाना, पिया मिलन को जाना ...
(पायल को बांध के - २), उठी चुभ नाग के (?)
पायल को बांध के
धीरे-धीरे दबे-दबे पावों को बढ़ाना
पिया मिलन को जाना ...
बुझे दिये अंधेरी रात, आँखों पर दोनों हाथ - २
कैसे कटे कठिन बाट - २
चल के आज़माना, पिया मिलन को जाना
हां पिया मिलन को जाना, जाना
पिया मिलन को जाना, जाना
पिया मिलन को जाना, हां
पिया मिलन को जाना
जग की लाज, मन की मौज, दोनों को निभाना
पिया मिलन को जाना, हां पिया मिलन को जाना
काँटे बिखरा के चलूं, पानी ढलका के चलूं - २
सुख के लिये सीख रखूं - २
पहले दुख उठाना, पिया मिलन को जाना ...
(पायल को बांध के - २), उठी चुभ नाग के (?)
पायल को बांध के
धीरे-धीरे दबे-दबे पावों को बढ़ाना
पिया मिलन को जाना ...
बुझे दिये अंधेरी रात, आँखों पर दोनों हाथ - २
कैसे कटे कठिन बाट - २
चल के आज़माना, पिया मिलन को जाना
हां पिया मिलन को जाना, जाना
पिया मिलन को जाना, जाना
पिया मिलन को जाना, हां
पिया मिलन को जाना
पीया बिना पीया बिना फ़िल्म : अभिमान
पिया बिना ... पिया बिना पिया बिना, बसिया
बाजे ना बाजे ना बाजे ना, पिया बिना ...
पिया ऐसे रूठे, के होंठों से मेरे, संगीत रूठा (२)
कभी जब मैं गाऊँ, लगे मेरे मन का, हर गीत झूठा
ऐसे बिछड़े, हो ... ऐसे बिछड़े मोसे रसिया
पिया बिना ... पिया बिना पिया बिना, बसिया
बाजे ना बाजे ना बाजे ना, पिया बिना ...
तुम्हारी सदा बिन, नहीं एक सूनी, मोरी नगरिया (२)
के चुप है पपीहा, मयुर बोल भूले, बन मे साँवरिया
दिन है सूना, आ ... दिन है सूना सूनी रतिया
पिया बिना ... पिया बिना पिया बिना, बसिया
बाजे ना बाजे ना बाजे ना, पिया बिना ...
बाजे ना बाजे ना बाजे ना, पिया बिना ...
पिया ऐसे रूठे, के होंठों से मेरे, संगीत रूठा (२)
कभी जब मैं गाऊँ, लगे मेरे मन का, हर गीत झूठा
ऐसे बिछड़े, हो ... ऐसे बिछड़े मोसे रसिया
पिया बिना ... पिया बिना पिया बिना, बसिया
बाजे ना बाजे ना बाजे ना, पिया बिना ...
तुम्हारी सदा बिन, नहीं एक सूनी, मोरी नगरिया (२)
के चुप है पपीहा, मयुर बोल भूले, बन मे साँवरिया
दिन है सूना, आ ... दिन है सूना सूनी रतिया
पिया बिना ... पिया बिना पिया बिना, बसिया
बाजे ना बाजे ना बाजे ना, पिया बिना ...
पीते पीते कभी कभी यूँ जाम बदल जाते है ..फ़िल्म : बैराग
रफ़ी: पीते पीते कभी-कभी यूं जाम बदल जाते हैं
जाम बदल जाते हैं - २
अरे काम बदल जाते हैं, लोगों के नाम बदल जाते हैं
रफ़ी: ये परवाना-ए-शमा, मेहमान है इक रात का - २
दिल की बातें छेड़ दूं, डर है बस इस बात का
यहाँ से वहाँ तक जाने में, वहाँ से यहाँ तक आने में
लोग ये कहते हैं जी - २
बंद लिफ़ाफ़े में भी, दिल के पैग़ाम बदल जाते हैं
पीते पीते ...
आशा: दो रुख हर तस्वीर के, हैरां हूँ मैं देख के
रफ़ी: हैरान हूँ मैं देख के
आशा: है इक चेहरा और भी, चेहरे पे हर एक के
रफ़ी: चेहरे पे हर एक के
आशा: नजर को नजर जो आता है, फ़रीबी-नज़र कहलाता है
नींद के इक झोंके से, आँख के इस धोखे से
रफ़ी: राम और शाम बदल जाते हैं
दोनो: पीते पीते ...
जाम बदल जाते हैं - २
अरे काम बदल जाते हैं, लोगों के नाम बदल जाते हैं
रफ़ी: ये परवाना-ए-शमा, मेहमान है इक रात का - २
दिल की बातें छेड़ दूं, डर है बस इस बात का
यहाँ से वहाँ तक जाने में, वहाँ से यहाँ तक आने में
लोग ये कहते हैं जी - २
बंद लिफ़ाफ़े में भी, दिल के पैग़ाम बदल जाते हैं
पीते पीते ...
आशा: दो रुख हर तस्वीर के, हैरां हूँ मैं देख के
रफ़ी: हैरान हूँ मैं देख के
आशा: है इक चेहरा और भी, चेहरे पे हर एक के
रफ़ी: चेहरे पे हर एक के
आशा: नजर को नजर जो आता है, फ़रीबी-नज़र कहलाता है
नींद के इक झोंके से, आँख के इस धोखे से
रफ़ी: राम और शाम बदल जाते हैं
दोनो: पीते पीते ...
Tuesday, October 7, 2008
परदे में रहने दो ...फ़िल्म: शिकार
परदे में रहने दो, परदा न उठाओ
परदा जो उठ गया तो भेद खुल जायेगा
अल्लाह मेरी तौबा, अल्लाह मेरी तौबा ...
मेरे परदे में लाख जलवे हैं
कैसे मुझसे नज़र मिलाओगे
जब ज़रा भी नक़ाब उठाऊँगी
याद रखना की, जल ही जाओगे
परदे में रहने दो, परदा न उठाओ ...
हुस्न जब बेनक़ाब होता है
वो समाँ लाजवाब होता है
खुद को खुद की खबर नहीं रहती
होश वाला भी, होश खोता है
परदे में रहने दो,परदा न उठाओ ...
हाय जिसने मुझे बनाया है,
वो भी मुझको समझ न पाया है
मुझको सजदे किये हैं इन्साँ ने
इन फ़रिश्तों ने, सर झुकाया है
परदे में रहने दो, परदा न उठाओ ...
परदा जो उठ गया तो भेद खुल जायेगा
अल्लाह मेरी तौबा, अल्लाह मेरी तौबा ...
मेरे परदे में लाख जलवे हैं
कैसे मुझसे नज़र मिलाओगे
जब ज़रा भी नक़ाब उठाऊँगी
याद रखना की, जल ही जाओगे
परदे में रहने दो, परदा न उठाओ ...
हुस्न जब बेनक़ाब होता है
वो समाँ लाजवाब होता है
खुद को खुद की खबर नहीं रहती
होश वाला भी, होश खोता है
परदे में रहने दो,परदा न उठाओ ...
हाय जिसने मुझे बनाया है,
वो भी मुझको समझ न पाया है
मुझको सजदे किये हैं इन्साँ ने
इन फ़रिश्तों ने, सर झुकाया है
परदे में रहने दो, परदा न उठाओ ...
परबत के पीछे चम्बे डा गाँव ..फ़िल्म : महबूबा
परबत के पीछे, चम्बे दा गाँव
गाँव में दो प्रेमी रहते हैं
हम तो न्हीं वो दीवाना जिनको
दीवाना लोग कहते हैं
मिलेंगे या बिछड़ेंगे, हाय राम क्या होगा
न जाने इन दोनों का अंजाम क्या होगा
मुफ़्त में हो जायेंगे बदनाम क्या होगा
घर से निकल के, रस्ते पे चल के
ताने हज़ार सहते हैं
गाँव में दो प्रेमी रहते हैं ...
गाँव में दो प्रेमी रहते हैं
हम तो न्हीं वो दीवाना जिनको
दीवाना लोग कहते हैं
मिलेंगे या बिछड़ेंगे, हाय राम क्या होगा
न जाने इन दोनों का अंजाम क्या होगा
मुफ़्त में हो जायेंगे बदनाम क्या होगा
घर से निकल के, रस्ते पे चल के
ताने हज़ार सहते हैं
गाँव में दो प्रेमी रहते हैं ...
पल भर के लिए कोई हमें प्यार करले : फ़िल्म : जानी मेरा नाम
पल भर के लिये कोई हमें प्यार कर ले
झूठा ही सही
दो दिन के लिये कोई इक़रार कर ले
झूठा ही सही
पल भर ...
हा हा हा हा
हमने बहुत तुझको छुप छुप के देखा - २
दिल पे खींची है तेरे काजल की रेखा
काजल कि रेखा बनी लछमन की रेखा
हो हो हो हो काजल की रेखा बनी लछमन की रेखा
राम में क्यूँ तूने रावन को देखा - २
खड़े खिड़की पे ए ए ए ए ए ए
खड़े खिड़की पे जोगी स्वीकार कर ले
झूठा ही सही
पल भर ...
हेमा: ला ला ला ... प्यार कर ले
कि: झूठा ही सही
(हीरे से जड़े तेरे नैन बड़े,
जिस दिन से लड़े तेरे दर पे पड़े ) - २
सुन सुनकर तेरी नहीं नहीं
जाँ अपनी निकल जाये ना कहीं
ज़रा हाँ कह दे मेरी जाँ कह दे
मेरी जाँ कह दे ज़रा हाँ कह दे
जब रैन पड़े नहीं चैन पड़े
नहीं चैन पड़े जब रैन पड़े
माना तू सारे हसीनों से हसीं है - २
अपनी भी सूरत बुरी तो नहीं है - २
कभी तू भी
ओ कभी तू भी हमारा दीदार कर ले
झूठा ही सही
पल भर ...
ला ला ला ... प्यार कर ले
पल भर के प्यार पे निसार सारा जीवन -२
हम वो नहीं जो छोड़ दें तेरा दामन
अपने होंठों की हँसी हम तुझको देंगे -२
आँसू तेरे अपनी आँखों में लेंगे -२
तू हमारी वफ़ा का ऐतबार कर ले -२
झूठा ही सही
पल भर ...
झूठा ही सही
दो दिन के लिये कोई इक़रार कर ले
झूठा ही सही
पल भर ...
हा हा हा हा
हमने बहुत तुझको छुप छुप के देखा - २
दिल पे खींची है तेरे काजल की रेखा
काजल कि रेखा बनी लछमन की रेखा
हो हो हो हो काजल की रेखा बनी लछमन की रेखा
राम में क्यूँ तूने रावन को देखा - २
खड़े खिड़की पे ए ए ए ए ए ए
खड़े खिड़की पे जोगी स्वीकार कर ले
झूठा ही सही
पल भर ...
हेमा: ला ला ला ... प्यार कर ले
कि: झूठा ही सही
(हीरे से जड़े तेरे नैन बड़े,
जिस दिन से लड़े तेरे दर पे पड़े ) - २
सुन सुनकर तेरी नहीं नहीं
जाँ अपनी निकल जाये ना कहीं
ज़रा हाँ कह दे मेरी जाँ कह दे
मेरी जाँ कह दे ज़रा हाँ कह दे
जब रैन पड़े नहीं चैन पड़े
नहीं चैन पड़े जब रैन पड़े
माना तू सारे हसीनों से हसीं है - २
अपनी भी सूरत बुरी तो नहीं है - २
कभी तू भी
ओ कभी तू भी हमारा दीदार कर ले
झूठा ही सही
पल भर ...
ला ला ला ... प्यार कर ले
पल भर के प्यार पे निसार सारा जीवन -२
हम वो नहीं जो छोड़ दें तेरा दामन
अपने होंठों की हँसी हम तुझको देंगे -२
आँसू तेरे अपनी आँखों में लेंगे -२
तू हमारी वफ़ा का ऐतबार कर ले -२
झूठा ही सही
पल भर ...
पहले मीलेथे सप्नोमे ...फ़िल्म : जिंदगी
पहले मिले थे सपनों में, और आज सामने पाया
हाय क़ुर्बान जाऊँ
तुम संग जीवन ऐसे कटेगा जैसे धूप-संग छाया
हाय क़ुर्बान जाऊँ
ऐ साँवली हसीना दिल मेरा तूने छीना
मदहोश मंज़िलों पर तूने सिखाया जीना
एक झलक से मेरा मुक़द्दर तूने आज चमकाया
हाय क़ुर्बान जाऊँ ...
ज़ुल्फ़ें जो मुँह पे डालो तो दिन में शाम कर दो
और बेनक़ाब निकलो तो क़त्ल-ए-आम कर दो
वो ही बचेगा जिसको मिलेगा तेरे प्यार का साया
हाय क़ुर्बान जाऊँ ...
गर झूमके चलो तुम ऐ जान-ए-ज़िन्दगानी
पत्थर का भी कलेजा हो जाए पानी-पानी
गोरे बदन पर काला आँचल और रंग ले आया
हाय क़ुर्बान जाऊँ ...
हाय क़ुर्बान जाऊँ
तुम संग जीवन ऐसे कटेगा जैसे धूप-संग छाया
हाय क़ुर्बान जाऊँ
ऐ साँवली हसीना दिल मेरा तूने छीना
मदहोश मंज़िलों पर तूने सिखाया जीना
एक झलक से मेरा मुक़द्दर तूने आज चमकाया
हाय क़ुर्बान जाऊँ ...
ज़ुल्फ़ें जो मुँह पे डालो तो दिन में शाम कर दो
और बेनक़ाब निकलो तो क़त्ल-ए-आम कर दो
वो ही बचेगा जिसको मिलेगा तेरे प्यार का साया
हाय क़ुर्बान जाऊँ ...
गर झूमके चलो तुम ऐ जान-ए-ज़िन्दगानी
पत्थर का भी कलेजा हो जाए पानी-पानी
गोरे बदन पर काला आँचल और रंग ले आया
हाय क़ुर्बान जाऊँ ...
पगड़ी संभाल जट्टा ...फ़िल्म: शहीद
पगड़ी सम्भाल ओय~
पगड़ी सम्भाल ओय आ~
पगड़ी सम्भाल जट्टा
पगड़ी सम्भाल ओय
पगड़ी सम्भाल तेरा
लुट गया माल ओय~
तू धरती की माँग सँवारे सोये खेत जगाये
सारे जग का पेट भरे तू अन्नदाता कहलाये
फिर क्यों भूख तुझे खाती है और तू भूख को खाये
लुट गया माल तेरा लुट गया माल ओय
पगड़ी सम्भाल जट्टा ...
देके अपना खून पसीना तूने फ़सल उगायी
आँधी देखी तूफ़ाँ झेले बिपदा सभी उठायी
फ़सल कटी तो ले गये ज़ालिम तेरी नेक कमायी
लुट गया माल तेरा लुट गया माल ओय
पगड़ी सम्भाल जट्टा ...
उठ और उठ के खाक़ से ज़र्रे एक सितारा बन जा
बुझा बुझा क्यों दिल है तेरा इक अंगारा बन जा
ओ सदियों के ठहरे पानी बहती धारा बन जा
लुट गया माल तेरा लुट गया माल ओय
पगड़ी सम्भाल जट्टा ...
पगड़ी सम्भाल ओय आ~
पगड़ी सम्भाल जट्टा
पगड़ी सम्भाल ओय
पगड़ी सम्भाल तेरा
लुट गया माल ओय~
तू धरती की माँग सँवारे सोये खेत जगाये
सारे जग का पेट भरे तू अन्नदाता कहलाये
फिर क्यों भूख तुझे खाती है और तू भूख को खाये
लुट गया माल तेरा लुट गया माल ओय
पगड़ी सम्भाल जट्टा ...
देके अपना खून पसीना तूने फ़सल उगायी
आँधी देखी तूफ़ाँ झेले बिपदा सभी उठायी
फ़सल कटी तो ले गये ज़ालिम तेरी नेक कमायी
लुट गया माल तेरा लुट गया माल ओय
पगड़ी सम्भाल जट्टा ...
उठ और उठ के खाक़ से ज़र्रे एक सितारा बन जा
बुझा बुझा क्यों दिल है तेरा इक अंगारा बन जा
ओ सदियों के ठहरे पानी बहती धारा बन जा
लुट गया माल तेरा लुट गया माल ओय
पगड़ी सम्भाल जट्टा ...
पायल की झनकार रस्ते रस्ते ...फ़िल्म : मेरे लाल
पायल की झंकार रस्ते-रस्ते
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते-रस्ते ) -२
करती है फ़रियाद लेकिन हँसते हँसते
हाँ ढूँढे तेरा प्यार रस्ते-रस्ते
पायल की झंकार रस्ते-रस्ते
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते-रस्ते
( पता पूछती है सबसे तिहारे गाम का
होंठों पे है एक बोल बलमा तेरे नाम का ) -२
करे प्यार की पुकार देखो दिलदार
घायल सी एक नार रस्ते रस्ते
पायल की झंकार रस्ते-रस्ते
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते-रस्ते
आ
( तू है फूल किसी बन का समझ गई मैं
ऐसे तो नहीं राह की पवन भई मैं ) -२२
किसी मोड़ किसी द्वार सैयाँ दिलदार
ढूँढे नैना चार रस्ते रस्ते
पायल की झंकार रस्ते-रस्ते
छनन छनन छन
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते-रस्ते
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते-रस्ते ) -२
करती है फ़रियाद लेकिन हँसते हँसते
हाँ ढूँढे तेरा प्यार रस्ते-रस्ते
पायल की झंकार रस्ते-रस्ते
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते-रस्ते
( पता पूछती है सबसे तिहारे गाम का
होंठों पे है एक बोल बलमा तेरे नाम का ) -२
करे प्यार की पुकार देखो दिलदार
घायल सी एक नार रस्ते रस्ते
पायल की झंकार रस्ते-रस्ते
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते-रस्ते
आ
( तू है फूल किसी बन का समझ गई मैं
ऐसे तो नहीं राह की पवन भई मैं ) -२२
किसी मोड़ किसी द्वार सैयाँ दिलदार
ढूँढे नैना चार रस्ते रस्ते
पायल की झंकार रस्ते-रस्ते
छनन छनन छन
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते-रस्ते
पास नही आना भूल नही जाना फ़िल्म : आपकी खसम
ल : पास नहीं आना भूल नहीं जाना
तुमको सौगंध है कि आज मोहब्बत बंद है
पास नहीं आना ...
कि : पहले तो आग भड़काती है
फिर दिल की प्यास तू बुझाती है
तेरी यही अदा तो मुझको पसंद है
ल : अच्छा
कि : हाँ-हाँ
ल : मगर आज मोहब्बत बंद है ...
ल : कितना मज़ा है ऐसे जीने में
धक-धक भी होती नहीं सीने में
कोई बेचैनी नहीं कितना आनंद है
कि आज मोहब्बत बंद है ...
कि : मत छेड़ अपने दीवाने को
रहने दे तू इस बहाने को
होंठों पे ना है मगर दिल तो रज़ामंद है
ल : रज़ामंद है
मगर आज मोहब्बत बंद है ...
तुमको सौगंध है कि आज मोहब्बत बंद है
पास नहीं आना ...
कि : पहले तो आग भड़काती है
फिर दिल की प्यास तू बुझाती है
तेरी यही अदा तो मुझको पसंद है
ल : अच्छा
कि : हाँ-हाँ
ल : मगर आज मोहब्बत बंद है ...
ल : कितना मज़ा है ऐसे जीने में
धक-धक भी होती नहीं सीने में
कोई बेचैनी नहीं कितना आनंद है
कि आज मोहब्बत बंद है ...
कि : मत छेड़ अपने दीवाने को
रहने दे तू इस बहाने को
होंठों पे ना है मगर दिल तो रज़ामंद है
ल : रज़ामंद है
मगर आज मोहब्बत बंद है ...
पान खायें सैंया हमारो.. फ़िल्म : तीसरी खसम
पान खाये सैंयाँ हमारो
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो
( हमने मँगाई सुरमेदानी
ले आया ज़ालिम बनारस का ज़रदा ) -२
आ
अपनी ही दुनिया में खोया रहे वो
हमरे दिल की न पूछे बेदर्दा
पूछे बेदर्दा
पान खाये सैंयाँ हमारो
होय-होय
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
laugh
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो
( बगिया गुन-गुन पायल छुन-छुन
चुपके से आई है रुत मतवाली ) -२
आ
खिल गईं कलियाँ दुनिया जाने
लेकिन न जाने बगिया का माली
बगिया का माली
पान खाये सैंयाँ हमारो
होय-होय
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो
( खा के गिलोरी शाम से ऊँघे
सो जाये वो दीया-बाती से पहले ) -२
हा
आँगन-अटारी में घबराई डोलूँ
चोरी के डर से दिल मोरा दहले
दिल मोरा दहले
पान खाये सैंयाँ हमारो
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
laugh
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो
( हमने मँगाई सुरमेदानी
ले आया ज़ालिम बनारस का ज़रदा ) -२
आ
अपनी ही दुनिया में खोया रहे वो
हमरे दिल की न पूछे बेदर्दा
पूछे बेदर्दा
पान खाये सैंयाँ हमारो
होय-होय
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
laugh
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो
( बगिया गुन-गुन पायल छुन-छुन
चुपके से आई है रुत मतवाली ) -२
आ
खिल गईं कलियाँ दुनिया जाने
लेकिन न जाने बगिया का माली
बगिया का माली
पान खाये सैंयाँ हमारो
होय-होय
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो
( खा के गिलोरी शाम से ऊँघे
सो जाये वो दीया-बाती से पहले ) -२
हा
आँगन-अटारी में घबराई डोलूँ
चोरी के डर से दिल मोरा दहले
दिल मोरा दहले
पान खाये सैंयाँ हमारो
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
laugh
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो
पंछी बनू उड़ती फिरू मस्त गगन में फ़िल्म : चोरी चोरी
पंछी बनूँ उड़ती फिरूँ मस्त गगन में
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया की चमन में
(हिल्लोरी हिल्लोरी ...) ओ ... ओहो
ओ मेरे जीवन में चमका सवेरा
ओ मिटा दिल से वो ग़म का अँधेरा
ओ हरे खेतों में गाए कोई लहरा
ओ यहाँ दिल पर किसी का न बैरा
रँग बहारों ने भरा मेरे जीवन में -२
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया की चमन में
पंछी बनूँ ...
आ ...ओ दिल ये चाहे बहारों से खेलूँ
ओ गोरी नदिया की धारों से खेलूँ
ओ चाँद सूरज सितारों से खेलूँ
ओ अपनी बाहों में आकाश ले लूँ
बढ़ती चलूँ गाती चलूँ अपनी लगन में -२
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया की चमन में
पंछी बनूँ ...
(हिल्लोरी हिल्लोरी ...)
ओ मैं तो ओड़ूँगी बादल का आँचल
ओ मैं तो पहनूँगी बिजली की पायल
ओ छीन लूँगी घटाओं से काजल
ओ मेरा जीवन है नदिया की हलचल
दिल से मेरे लहरें उठें ठण्डी पवन में -२
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया की चमन में
पंछी बनूँ ...
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया की चमन में
(हिल्लोरी हिल्लोरी ...) ओ ... ओहो
ओ मेरे जीवन में चमका सवेरा
ओ मिटा दिल से वो ग़म का अँधेरा
ओ हरे खेतों में गाए कोई लहरा
ओ यहाँ दिल पर किसी का न बैरा
रँग बहारों ने भरा मेरे जीवन में -२
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया की चमन में
पंछी बनूँ ...
आ ...ओ दिल ये चाहे बहारों से खेलूँ
ओ गोरी नदिया की धारों से खेलूँ
ओ चाँद सूरज सितारों से खेलूँ
ओ अपनी बाहों में आकाश ले लूँ
बढ़ती चलूँ गाती चलूँ अपनी लगन में -२
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया की चमन में
पंछी बनूँ ...
(हिल्लोरी हिल्लोरी ...)
ओ मैं तो ओड़ूँगी बादल का आँचल
ओ मैं तो पहनूँगी बिजली की पायल
ओ छीन लूँगी घटाओं से काजल
ओ मेरा जीवन है नदिया की हलचल
दिल से मेरे लहरें उठें ठण्डी पवन में -२
आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया की चमन में
पंछी बनूँ ...
प्यार दीवाना होता है ..फ़िल्म : कटी पतंग
प्यार दीवाना होता है, मस्ताना होता हैं
हर खुशी से, हर गम से, बेगाना होता हैं
शमा कहे परवाने से, परे चला जा
मेरी तरह जल जायेगा, यहाँ नहीं आ
वो नहीं सुनता, उस को जल जाना होता हैं
रहे कोई सौ परदों में, डरे शर्म से
नजर अजी लाख चुराए, कोई सनम से
आ ही जाता हैं जिस पे, दिल आना होता हैं
सुनो किसी शायर ने ये, कहा बहोत खूब
मना करे दुनिया लेकिन मेरे महबूब
वो छलक जाता है, जो पैमाना होता हैं
हर खुशी से, हर गम से, बेगाना होता हैं
शमा कहे परवाने से, परे चला जा
मेरी तरह जल जायेगा, यहाँ नहीं आ
वो नहीं सुनता, उस को जल जाना होता हैं
रहे कोई सौ परदों में, डरे शर्म से
नजर अजी लाख चुराए, कोई सनम से
आ ही जाता हैं जिस पे, दिल आना होता हैं
सुनो किसी शायर ने ये, कहा बहोत खूब
मना करे दुनिया लेकिन मेरे महबूब
वो छलक जाता है, जो पैमाना होता हैं
Monday, October 6, 2008
प्यार में कभी कभी ऐसा हो जाता है : फ़िल्म : चलते चलते
प्यार में कभी कभी एसा हो जाता हैं
छोटी सी बात का फ़साना बन जाता हैं
आज सजना का सजनी से, हो रहा सामना
खेल ही, खेल में दिल गया, थामना,
ना ना, हां हां, ना ना
कहने की नहीं बात मगर ये फ़िर भी कहती हूँ मैं
रहने की नहीं जगह कोई तेरे दिल में रहती हूँ मैं
जीत कर प्यार में पडेगा हारना
नादाँ समाज कर तुम को देखो माफ़ कर दिया हम ने
प्यार की किताब से जुदाई का नाम ही साफ़ कर दिया हम ने
यार की बात तुम कभी ना टालना
छोटी सी बात का फ़साना बन जाता हैं
आज सजना का सजनी से, हो रहा सामना
खेल ही, खेल में दिल गया, थामना,
ना ना, हां हां, ना ना
कहने की नहीं बात मगर ये फ़िर भी कहती हूँ मैं
रहने की नहीं जगह कोई तेरे दिल में रहती हूँ मैं
जीत कर प्यार में पडेगा हारना
नादाँ समाज कर तुम को देखो माफ़ कर दिया हम ने
प्यार की किताब से जुदाई का नाम ही साफ़ कर दिया हम ने
यार की बात तुम कभी ना टालना
प्यार किया तो डरना क्या ..फ़िल्म : मोघल ऐ आजम
प्यार किया तो डरना क्या, जब प्यार किया तो डरना क्या
प्यार किया कोई चोरी नहीं की, छुप छुप आहे भरना क्या
आज कहेंगे दिल का फ़साना, जान भी ले ले चाहे ज़माना
मौत वही जो दुनिया देखे, घूँट घूँट कर यूं मरना क्या
उन की तमन्ना दिल में रहेगी, शम्मा इसी महफ़िल में रहेगी
इश्क में जीना, इश्क में मरना, और हमे अब करना क्या
छुप ना सकेगा इश्क हमारा, चारो तरफ़ हैं उनका नजारा
परदा नहीं जब कोई खुदा से, बन्दों से परदा करना क्या
प्यार किया कोई चोरी नहीं की, छुप छुप आहे भरना क्या
आज कहेंगे दिल का फ़साना, जान भी ले ले चाहे ज़माना
मौत वही जो दुनिया देखे, घूँट घूँट कर यूं मरना क्या
उन की तमन्ना दिल में रहेगी, शम्मा इसी महफ़िल में रहेगी
इश्क में जीना, इश्क में मरना, और हमे अब करना क्या
छुप ना सकेगा इश्क हमारा, चारो तरफ़ हैं उनका नजारा
परदा नहीं जब कोई खुदा से, बन्दों से परदा करना क्या
प्यार हुवा इकरार हुवा है फ़िल्म : श्री ४२०
प्यार हुआ, इकरार हुआ है
प्यार से फ़िर क्यो डरता हैं दिल
कहता हैं दिल रास्ता मुश्किल
मालूम नही, हैं कहा मंजिल
कहो की अपनी परीत का गीत ना बदलेगा कभी
तुम भी कहो इस राह का मीत ना बदलेगा कभी
प्यार जो टूटा, साथ जो छूटा
चाँद ना चमकेगा कभी
राते दसो दिशाओं से, कहेंगी अपनी कहानियाँ
गीत हमारे प्यार की दोहराएगी जवानीयाँ
मई ना रहूँगी, तुम ना रहोगे
फ़िर भी रहेगी, निशानियाँ
प्यार से फ़िर क्यो डरता हैं दिल
कहता हैं दिल रास्ता मुश्किल
मालूम नही, हैं कहा मंजिल
कहो की अपनी परीत का गीत ना बदलेगा कभी
तुम भी कहो इस राह का मीत ना बदलेगा कभी
प्यार जो टूटा, साथ जो छूटा
चाँद ना चमकेगा कभी
राते दसो दिशाओं से, कहेंगी अपनी कहानियाँ
गीत हमारे प्यार की दोहराएगी जवानीयाँ
मई ना रहूँगी, तुम ना रहोगे
फ़िर भी रहेगी, निशानियाँ
पुकार था चला हूँ मैं ...फ़िल्म : मेरे सनम
पुकारता चला हूँ मई, गली गली बहार की
बस एक छाँव जुल्फ की, बस एक निगाह प्यार की
ये दिल्लगी ये शौखियाँ सलाम की
यही तो बात हो रही हैं काम की
कोई तो मुद के देख लेगा इस तरफ़
कोई नजर तो होगी मेरे नाम की
सूनी मेरी सदा तो किस यकीं से
घटा उतर के आ गयी जमीन पे
रही यही लगन तो ए दिला-ये-जवान
असर भी हो रहेगा एक हसीं पे
बस एक छाँव जुल्फ की, बस एक निगाह प्यार की
ये दिल्लगी ये शौखियाँ सलाम की
यही तो बात हो रही हैं काम की
कोई तो मुद के देख लेगा इस तरफ़
कोई नजर तो होगी मेरे नाम की
सूनी मेरी सदा तो किस यकीं से
घटा उतर के आ गयी जमीन पे
रही यही लगन तो ए दिला-ये-जवान
असर भी हो रहेगा एक हसीं पे
पूछो ना कैसे मैंने रैन बिताए फ़िल्म ;मेरी सूरत तेरी आँखे
पूछो ना कैसे मैंने रैन बिताई
एक पल जैसे, एक जग बीता
जग बीते मोहे नींद ना आयी
उत जले दीपक, आईटी मन मेरा
फ़िर भी ना जाए मेरे घर का अँधेरा
तरपत तरसत उमर गवाई
ना कही चन्दा, ना कही तारें
ज्योत के प्यासे मेरे नैन बेचारे
भोर भी आस की किरण ना लाई
एक पल जैसे, एक जग बीता
जग बीते मोहे नींद ना आयी
उत जले दीपक, आईटी मन मेरा
फ़िर भी ना जाए मेरे घर का अँधेरा
तरपत तरसत उमर गवाई
ना कही चन्दा, ना कही तारें
ज्योत के प्यासे मेरे नैन बेचारे
भोर भी आस की किरण ना लाई
Saturday, October 4, 2008
ओ सजना बरखा बहार आई ..फ़िल्म : फरक
ओ सजना, बरखा बहार आयी
रस की पुहार लाई, आखियों में प्यार लाई
तुम को पुकारे मेरे मन का पपीहरा
मीठी मीठी अगनी में, जले मोरा जियरा
एसे रिमाजीम में, ओ सजना
प्यासे प्यासे मेरे नयन तेरे ही ख़्वाबों में खो गए
सावली सलोनी घटा, जब जब छाई
आखियों में रैना गयी, निंदीया ना आयी
रस की पुहार लाई, आखियों में प्यार लाई
तुम को पुकारे मेरे मन का पपीहरा
मीठी मीठी अगनी में, जले मोरा जियरा
एसे रिमाजीम में, ओ सजना
प्यासे प्यासे मेरे नयन तेरे ही ख़्वाबों में खो गए
सावली सलोनी घटा, जब जब छाई
आखियों में रैना गयी, निंदीया ना आयी
ओ नन्हे से फरिस्ते तुज j से ऐ कैसा नाता ..फ़िल्म : एक फूल दो maali
ओ नन्हे से फ़रिश्ते, तुज से ये कैसा नाता
कैसे ये दिल के रिश्ते ओ नन्हे से फरिस्थ्ते
happy birthday to you ..happy birth day to you
तुजे देखने को तरसे, क्यो हर घड़ी nigaahen
बेचैन सी रहती है, तेरे लिए ये बाहें
मुजे ख़ुद पता नहीं है, मुजे तुज़से प्यार क्यों है
नाजुक सा फूल हैं तू, किसी और के चमन का
खुशबू से तेरी महके, क्यों बाग़ मेरे मन का
मेरी जिंदगी में छाई, तुज से बहार क्यों है
तू कुछ नहीं हैं मेरा, फ़िर भी ये तड़प कैसी
तुजे देखते ही खून में, उठती हैं क्यो लहर सी
हर वक्त मुज़ को रहता, तेरा इंतजार क्यों है
कैसे ये दिल के रिश्ते ओ नन्हे से फरिस्थ्ते
happy birthday to you ..happy birth day to you
तुजे देखने को तरसे, क्यो हर घड़ी nigaahen
बेचैन सी रहती है, तेरे लिए ये बाहें
मुजे ख़ुद पता नहीं है, मुजे तुज़से प्यार क्यों है
नाजुक सा फूल हैं तू, किसी और के चमन का
खुशबू से तेरी महके, क्यों बाग़ मेरे मन का
मेरी जिंदगी में छाई, तुज से बहार क्यों है
तू कुछ नहीं हैं मेरा, फ़िर भी ये तड़प कैसी
तुजे देखते ही खून में, उठती हैं क्यो लहर सी
हर वक्त मुज़ को रहता, तेरा इंतजार क्यों है
ओहरे ताल मिले नदी के जल में ...फ़िल्म : अनोंखी रात
ओह रे ताल मिले, नदी के जल में, नदी मिले सागर में
सागर मिले कौन से जल में, कोई जाने ना
सूरज को धरती तरसे, धरती को चंद्रमा
पानी में सीप जैसे प्यासी हर आत्मा
बूँद छूपी किस बादल में कोई जाने ना
अनजाने होंठों पर क्यों पहचाने गीत हैं
कल तक जो बेगाने थे, जन्मों के मीत हैं
क्या होगा कौन से पल में कोई जाने ना
सागर मिले कौन से जल में, कोई जाने ना
सूरज को धरती तरसे, धरती को चंद्रमा
पानी में सीप जैसे प्यासी हर आत्मा
बूँद छूपी किस बादल में कोई जाने ना
अनजाने होंठों पर क्यों पहचाने गीत हैं
कल तक जो बेगाने थे, जन्मों के मीत हैं
क्या होगा कौन से पल में कोई जाने ना
ओ रात के मुसाफिर चन्दा ज़रा बतादे ..फ़िल्म :मिस मेरी
ओ रात के मुसाफिर, चन्दा ज़रा बता दे
मेरा कसूर क्या हैं, तू फैसला सूना दे
हैं भूल कोई दिल की, आंखों की या खता हैं
कुछ भी नहीं तो मुज़ से, फ़िर क्यो कोई खफा हैं
मंजूर हैं वो मुज़ को, जो कुछ भी तू सजा दे
दिल पे किसी को अपने काबू नहीं रहा हैं
ये राज मेरे दिल से, आंखों ने ही कहा है
आंखों ने जो हैं देखा, दिल किस तरह भूला दे
ओ चाँद आसमान के, दमभर जमीन पे आ जा
भूला हुआ हैं राही, तू रास्ता दिखा जा
साहिल नैय्या हैं नैय्या, साहिल इसे दिखा दे
मेरा कसूर क्या हैं, तू फैसला सूना दे
हैं भूल कोई दिल की, आंखों की या खता हैं
कुछ भी नहीं तो मुज़ से, फ़िर क्यो कोई खफा हैं
मंजूर हैं वो मुज़ को, जो कुछ भी तू सजा दे
दिल पे किसी को अपने काबू नहीं रहा हैं
ये राज मेरे दिल से, आंखों ने ही कहा है
आंखों ने जो हैं देखा, दिल किस तरह भूला दे
ओ चाँद आसमान के, दमभर जमीन पे आ जा
भूला हुआ हैं राही, तू रास्ता दिखा जा
साहिल नैय्या हैं नैय्या, साहिल इसे दिखा दे
ओ मेरे सनम ओ मेरेसनाम ..फ़िल्म : संगम
ओ मेरे सनम ओ मेरे सनम
दो जिस्म मगर एक जान हैं हम
एक दिल के दो अरमां हैं हम
तन सौंप दिया, मन सौंप दिया, कुछ और तो मेरे पास नही
जो तुम से हैं मेरे हमदम भगवान से भी वो आस नही
उस दिन से हुए एक दूजे के, इस दुनिया से अनजान हैं हम
सुनते हैं प्यार की दुनिया में, दो दिल मुश्किल से समाते है
क्या गैर वहा अपनों तक के, साए भी ना आने पाते है
हम ने आख़िर क्या देख लिया, क्या बात हैं क्यो हैरान हैं हम
मेरे अपने अपना ये मिलन संगम हैं ये गंगा जमुना का
जो सच हैं सामने आया है, जो बीत गया एक सपना था
ये धरती हैं इंसानों की, कुछ और नहीं इंसान हैं हम
दो जिस्म मगर एक जान हैं हम
एक दिल के दो अरमां हैं हम
तन सौंप दिया, मन सौंप दिया, कुछ और तो मेरे पास नही
जो तुम से हैं मेरे हमदम भगवान से भी वो आस नही
उस दिन से हुए एक दूजे के, इस दुनिया से अनजान हैं हम
सुनते हैं प्यार की दुनिया में, दो दिल मुश्किल से समाते है
क्या गैर वहा अपनों तक के, साए भी ना आने पाते है
हम ने आख़िर क्या देख लिया, क्या बात हैं क्यो हैरान हैं हम
मेरे अपने अपना ये मिलन संगम हैं ये गंगा जमुना का
जो सच हैं सामने आया है, जो बीत गया एक सपना था
ये धरती हैं इंसानों की, कुछ और नहीं इंसान हैं हम
Friday, October 3, 2008
पीया तो से नैना लागे रे ...फ़िल्म : गाइड
पिया तोसे नैना लागे रे, नैना लागे रे
जाने क्या हो अब आगे रे, नैना लागे रे
पिया तोसे नैना लागे रे, नैना लागे रे
हो, जग ने उतारे हो, धरती पे तारे,
पर मन मेरा मुरझाये
हो, उन बिन आई हो, ऐसी दीवाली
मिलनेको जिया तरसाये, आ साजन पायल पुकारे
झनक झन झन झनक झन झन, पिया तोसे
पिया तोसे नैना ...
भोर की बेला सुहानी, नदिया के तीरे
भर के गागर जिस घड़ी मैं चलूँ धीरे धीरे
तुम पे नज़र जब आई, जाने क्यों बज उठे कंगना
छनक छन छन छनक छन छन, पिया तोसे
पिया तोसे नैना ...
हो, आ, हो, आई होली आई हो, सब रंग लाई
बिन तेरे होली भी न भाए, हो
भर पिचकारी, हो, सखियों ने मारी
भीगी मोरी सारी हय हय,
तन-बदन मेरा कांपे थर-थर
धिनक धिन धिन धिनक धिन धिन, पिया तोसे
पिया तोसे नैना ...
रात को जब चाँद चमके जल उठे तन मेरा
मैं कहूँ मत करो चंदा इस गली का फेरा
आना मेरा सैयाँ जब आए
चमकना उस रात को जब
मिलेंगे तन-मन मिलेंगे तन-मन,
पिया तोसे
पिया तोसे नैना ...
पिया
हो हो पिया (chorus) ...
जाने क्या हो अब आगे रे, नैना लागे रे
पिया तोसे नैना लागे रे, नैना लागे रे
हो, जग ने उतारे हो, धरती पे तारे,
पर मन मेरा मुरझाये
हो, उन बिन आई हो, ऐसी दीवाली
मिलनेको जिया तरसाये, आ साजन पायल पुकारे
झनक झन झन झनक झन झन, पिया तोसे
पिया तोसे नैना ...
भोर की बेला सुहानी, नदिया के तीरे
भर के गागर जिस घड़ी मैं चलूँ धीरे धीरे
तुम पे नज़र जब आई, जाने क्यों बज उठे कंगना
छनक छन छन छनक छन छन, पिया तोसे
पिया तोसे नैना ...
हो, आ, हो, आई होली आई हो, सब रंग लाई
बिन तेरे होली भी न भाए, हो
भर पिचकारी, हो, सखियों ने मारी
भीगी मोरी सारी हय हय,
तन-बदन मेरा कांपे थर-थर
धिनक धिन धिन धिनक धिन धिन, पिया तोसे
पिया तोसे नैना ...
रात को जब चाँद चमके जल उठे तन मेरा
मैं कहूँ मत करो चंदा इस गली का फेरा
आना मेरा सैयाँ जब आए
चमकना उस रात को जब
मिलेंगे तन-मन मिलेंगे तन-मन,
पिया तोसे
पिया तोसे नैना ...
पिया
हो हो पिया (chorus) ...
पीया बिना पीया बिना ...फ़िल्म : अभिमान
पीया बिना, पीया बिना, बासिया
बाजे ना, बाजे ना, बाजे ना
पीया एसे रूठे, के होंठों से मेरे, संगीत रूठा
कभी जब मैं गाऊ, लगे मेरे मन का, हर गीत जूठा
एसे बिछडे, मोसे रसिया
तुम्हारी सदा बिन नहीं एक सूनी, मोरी नगरिया
के चुप हैं पपीहा, मयूर बोल भूले, बन में सवारिया
दिन हैं सूना, सूनी रतिया
बाजे ना, बाजे ना, बाजे ना
पीया एसे रूठे, के होंठों से मेरे, संगीत रूठा
कभी जब मैं गाऊ, लगे मेरे मन का, हर गीत जूठा
एसे बिछडे, मोसे रसिया
तुम्हारी सदा बिन नहीं एक सूनी, मोरी नगरिया
के चुप हैं पपीहा, मयूर बोल भूले, बन में सवारिया
दिन हैं सूना, सूनी रतिया
फूलों के रंग से दिल की कलम से ...फ़िल्म : प्रेम पुजारी
फूलों के रंग से, दिल की कलम से, तुज को लिखी रोज पाती
कैसे बताऊँ किस किस तरह से, पल पल मुजे तू सताती
तेरे ही सपने लेकर के सोया, तेरे ही यादों में जागा
तेरे ख्यालों में उलज़ा रहा यूं जैसे के माला में धागा
बादल बिजली चंदन पानी, जैसा अपना प्यार
लेना होगा जनम हमे कई कई बार
इतना मदिर, इतना मधुर तेरा मेरा प्यार
लेना होगा जनम हमे कई कई बार
साँसों की सरगम धड़कन की बीना, सपनों की गीतांजली तू
मन की गली में महके जो हरदम एसी जूही की कली तू
छोटा सफर हो, लंबा सफर हो, सूनी डगर हो या मेला
याद तू आए, मन हो जाए, भीड़ के बीच अकेला
बादल बिजली चंदन पानी, जैसा अपना प्यार.. ..
पूरब हो पश्चिम उत्तर हो दक्षिण तू हर जगह मुस्कुराये
जितना ही जाऊ मैं दूर तुज से, उतनी ही तू पास आए
आंधी ने रोका, पानी ने टोका, दुनिया ने हसकर पुकारा
तसवीर तेरी लेकिन लिए मई, कर आया सब से किनारा
बादल बिजली चंदन पानी, जैसा अपना प्यार.. ..
कैसे बताऊँ किस किस तरह से, पल पल मुजे तू सताती
तेरे ही सपने लेकर के सोया, तेरे ही यादों में जागा
तेरे ख्यालों में उलज़ा रहा यूं जैसे के माला में धागा
बादल बिजली चंदन पानी, जैसा अपना प्यार
लेना होगा जनम हमे कई कई बार
इतना मदिर, इतना मधुर तेरा मेरा प्यार
लेना होगा जनम हमे कई कई बार
साँसों की सरगम धड़कन की बीना, सपनों की गीतांजली तू
मन की गली में महके जो हरदम एसी जूही की कली तू
छोटा सफर हो, लंबा सफर हो, सूनी डगर हो या मेला
याद तू आए, मन हो जाए, भीड़ के बीच अकेला
बादल बिजली चंदन पानी, जैसा अपना प्यार.. ..
पूरब हो पश्चिम उत्तर हो दक्षिण तू हर जगह मुस्कुराये
जितना ही जाऊ मैं दूर तुज से, उतनी ही तू पास आए
आंधी ने रोका, पानी ने टोका, दुनिया ने हसकर पुकारा
तसवीर तेरी लेकिन लिए मई, कर आया सब से किनारा
बादल बिजली चंदन पानी, जैसा अपना प्यार.. ..
फूल तुम्हे बेजा है ख़त में ....फ़िल्म : सरस्वती चंद्र
फुल तुम्हे भेजा हैं ख़त में, फुल नहीं मेरा दिल हैं
पियातम मेरे मुज़ को लिख दो, क्या ये तुम्हारे काबिल हैं
नींद तुम्हे तो आती होगी, क्या देखा तुम ने सपना
आँख खुली तो,तनहाई थी, सपना हो ना सका अपना
तनहाई हम दूर करेंगे, ले आओ तुम शहनाई
प्रीत बढाकर भूल ना जाना, प्रीत तुम्ही ने सिखलाई
ख़त से जी भरता ही नही, अब नैन मिले तो चैन मिले
चाँद हमारे अंगना उतरे, कोई तो एसी रैन मिले
मिलना हो तो कैसे मिले हम मिलाने की सूरत लिख दो
नैन बिछाए बैठे हैं हम कब आओगे ख़त लिख दो
पियातम मेरे मुज़ को लिख दो, क्या ये तुम्हारे काबिल हैं
नींद तुम्हे तो आती होगी, क्या देखा तुम ने सपना
आँख खुली तो,तनहाई थी, सपना हो ना सका अपना
तनहाई हम दूर करेंगे, ले आओ तुम शहनाई
प्रीत बढाकर भूल ना जाना, प्रीत तुम्ही ने सिखलाई
ख़त से जी भरता ही नही, अब नैन मिले तो चैन मिले
चाँद हमारे अंगना उतरे, कोई तो एसी रैन मिले
मिलना हो तो कैसे मिले हम मिलाने की सूरत लिख दो
नैन बिछाए बैठे हैं हम कब आओगे ख़त लिख दो
फिर वाही शाम वाही गम वाही तन्हाई ..फ़िल्म : जहाँ आरा
फ़िर वही शाम वही गम वही तनहाई हैं
दिल को समाजाने तेरी याद चली आयी हैं
फ़िर तसव्वुर तेरे पहलू में बिठा जायेगा
फ़िर गया वक्त घड़ी भर को पलट आयेगा
दिल बहल जायेगा आख़िर को तो सौदी हैं
जाने अब तुज से मुलाक़ात कभी हो के ना हो
जो अधूरी रही वो बात कभी हो के ना हो
मेरी मंजिल तेरी मंजिल से बिछड़ आयी हैं
दिल को समाजाने तेरी याद चली आयी हैं
फ़िर तसव्वुर तेरे पहलू में बिठा जायेगा
फ़िर गया वक्त घड़ी भर को पलट आयेगा
दिल बहल जायेगा आख़िर को तो सौदी हैं
जाने अब तुज से मुलाक़ात कभी हो के ना हो
जो अधूरी रही वो बात कभी हो के ना हो
मेरी मंजिल तेरी मंजिल से बिछड़ आयी हैं
फ़िर मिलोगे कभी इस बात का वादा कार्लो ...फ़िल्म : ऐ रात फिर न आएगी
फ़िर मिलोगे कभी इस बात का वादा कर लो
हम से एक और मुलाक़ात का वादा कर लो
दिल की हर बात अधूरी हैं अधूरी हैं अभी
अपनी एक और मुलाक़ात जरुरी हैं अभी
चाँद लम्हों के लिए, साथ का वादा कर लो
आप क्यो दिल का हसीं राज मुजे देते है
क्यो नया नगमा, नया साज मुजे देते है
मई तो हूँ डूबी हुयी, प्यार के तूफानों में
आप साहिल से ही आवाज मुजे देते है
कल भी होंगे यही जजबात ये वादा कर लो
हम से एक और मुलाक़ात का वादा कर लो
दिल की हर बात अधूरी हैं अधूरी हैं अभी
अपनी एक और मुलाक़ात जरुरी हैं अभी
चाँद लम्हों के लिए, साथ का वादा कर लो
आप क्यो दिल का हसीं राज मुजे देते है
क्यो नया नगमा, नया साज मुजे देते है
मई तो हूँ डूबी हुयी, प्यार के तूफानों में
आप साहिल से ही आवाज मुजे देते है
कल भी होंगे यही जजबात ये वादा कर लो
पत्थर के सनम तुजे हमने ...फ़िल्म : पत्थर के सनम
पत्थर के सनम तुजे हम ने मोहेब्बत का खुदा जाना
बड़ी भूल हुयी, अरे हम ने, ये क्या समजा, ये क्या जाना
चेहरा तेरा दिल में लिए, चलते रहे अंगारों पे
तू हो कही, सजदे किए, हम ने तेरे रुखसारों के
हम सा ना हो, कोई दीवाना
सोचा था ये बढ़ जायेगी, तनहईयाँ जब रातों की
रास्ता हमे दिखलाएगी, शमा-ये-वहा उन हाथों की
ठोकर लगी, तब पहचाना
ए काश के होती ख़बर, तू ने किसे ठुकराया हैं
शीशा नही, सागर नही, मंदीर सा एक दिला धाया हैं
वो आसमा, हैं वीराना
बड़ी भूल हुयी, अरे हम ने, ये क्या समजा, ये क्या जाना
चेहरा तेरा दिल में लिए, चलते रहे अंगारों पे
तू हो कही, सजदे किए, हम ने तेरे रुखसारों के
हम सा ना हो, कोई दीवाना
सोचा था ये बढ़ जायेगी, तनहईयाँ जब रातों की
रास्ता हमे दिखलाएगी, शमा-ये-वहा उन हाथों की
ठोकर लगी, तब पहचाना
ए काश के होती ख़बर, तू ने किसे ठुकराया हैं
शीशा नही, सागर नही, मंदीर सा एक दिला धाया हैं
वो आसमा, हैं वीराना
पर देसियों से न अखिया मिलाना ..फ़िल्म : जब जब फूल खिले
परदेसियों से ना अँखियां मिलाना
परदेसियों को है इक दिन जाना
आती है जब ये रुत मस्तानी
बनती है कोई न कोई कहानी
अब के बस देखे बने क्या फ़साना
सच ही कहा है पंछी इनको
रात को ठहरे तो उड़ जाएं दिन को
आज यहाँ कल वहाँ है ठिकाना
बागों में जब जब फूल खिलेंगे
तब तब ये हरजाई मिलेंगे
गुज़रेगा कैसे पतझड़ का ज़माना
ये बाबुल का देस छुड़ाएं
देस से ये परदेस बुलाएं
हाय सुनें ना ये कोई बहाना
हमने यही एक बार किया था
एक परदेसी से प्यार किया था
ऐसे जलाए दिल जैसे परवाना
प्यार से अपने ये नहीं होते
ये पत्थर हैं ये नहीं रोते
इनके लिये ना आँसू बहाना
ना ये बादल ना ये तारे
ये कागज़ के फूल हैं सारे
इन फूलों के बाग न लगाना
हमने यही एक बार किया था
एक परदेसी से प्यार किया था
रो रो के कहता है दिल ये दीवाना
परदेसियों को है इक दिन जाना
आती है जब ये रुत मस्तानी
बनती है कोई न कोई कहानी
अब के बस देखे बने क्या फ़साना
सच ही कहा है पंछी इनको
रात को ठहरे तो उड़ जाएं दिन को
आज यहाँ कल वहाँ है ठिकाना
बागों में जब जब फूल खिलेंगे
तब तब ये हरजाई मिलेंगे
गुज़रेगा कैसे पतझड़ का ज़माना
ये बाबुल का देस छुड़ाएं
देस से ये परदेस बुलाएं
हाय सुनें ना ये कोई बहाना
हमने यही एक बार किया था
एक परदेसी से प्यार किया था
ऐसे जलाए दिल जैसे परवाना
प्यार से अपने ये नहीं होते
ये पत्थर हैं ये नहीं रोते
इनके लिये ना आँसू बहाना
ना ये बादल ना ये तारे
ये कागज़ के फूल हैं सारे
इन फूलों के बाग न लगाना
हमने यही एक बार किया था
एक परदेसी से प्यार किया था
रो रो के कहता है दिल ये दीवाना
पंख होते तो उड़ आतिरे ....फ़िल्म : सेहरा
पंख होते तो उड़ आती रे, रसिया ओ जालिमा
तुजे दिल का दाग दिखलाती रे
यादों में खोयी पहुची गगन में,
पंछी बन के सच्ची लगन में
दूर से देखा, मौसम हँसी था,
आनेवाले तू ही नहीं था
रसिया, ओ जालिमा, तुजे दिल का दाग दिखलाती रे
किरणे बन के बाहे फैलाई,
आस के बादल पे जा के लहाराई
जूल चुकी मैं वादे का जुला,
तू तो अपना वादा भी भूला
रसिया, ओ जालिमा, तुजे दिल का दाग दिखलाती रे
तुजे दिल का दाग दिखलाती रे
यादों में खोयी पहुची गगन में,
पंछी बन के सच्ची लगन में
दूर से देखा, मौसम हँसी था,
आनेवाले तू ही नहीं था
रसिया, ओ जालिमा, तुजे दिल का दाग दिखलाती रे
किरणे बन के बाहे फैलाई,
आस के बादल पे जा के लहाराई
जूल चुकी मैं वादे का जुला,
तू तो अपना वादा भी भूला
रसिया, ओ जालिमा, तुजे दिल का दाग दिखलाती रे
पल पल दिल के पास ....फ़िल्म : ब्लाक मईल
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
जीवन मीठी प्यास ये कहती हो
हर शाम आखों पर, तेरा आँचल लहराए
हर रात यादों की, बरात ले आये
मै सांस लेता हूँ, तेरी खुशबू आती है
इक महका महका सा, पैगाम लाती है
मेरे दिल की धड़कन भी, तेरे गीत गाती है
पल पल दिल के पासा.. .. ..
कल तुज को देखा था, मैंने अपने आँगन में
जैसे कह रही थी तुम मुजे बाँध लो बंधन में
ये कैसा रिश्ता है, ये कैसे सपने है
बेगाने हो कर भी, क्यों लगते अपने है
मै सोच में रहता हूँ, दर दर के कहता हूँ
पल पल दिल के पासा.. .. ..
तुम सोचोगी क्यों इतना, मैं तुम से प्यार करू
तुम समजोगी दीवाना, मैं भी इकरार करू
दीवानों की ये बाते, दीवाने जानते है
जलने में क्या मजा है, परवाने जानते है
तुम यूं ही जलाते रहना, आ आ कर ख़्वाबों में
पल पल दिल के पासा.. .. ..
जीवन मीठी प्यास ये कहती हो
हर शाम आखों पर, तेरा आँचल लहराए
हर रात यादों की, बरात ले आये
मै सांस लेता हूँ, तेरी खुशबू आती है
इक महका महका सा, पैगाम लाती है
मेरे दिल की धड़कन भी, तेरे गीत गाती है
पल पल दिल के पासा.. .. ..
कल तुज को देखा था, मैंने अपने आँगन में
जैसे कह रही थी तुम मुजे बाँध लो बंधन में
ये कैसा रिश्ता है, ये कैसे सपने है
बेगाने हो कर भी, क्यों लगते अपने है
मै सोच में रहता हूँ, दर दर के कहता हूँ
पल पल दिल के पासा.. .. ..
तुम सोचोगी क्यों इतना, मैं तुम से प्यार करू
तुम समजोगी दीवाना, मैं भी इकरार करू
दीवानों की ये बाते, दीवाने जानते है
जलने में क्या मजा है, परवाने जानते है
तुम यूं ही जलाते रहना, आ आ कर ख़्वाबों में
पल पल दिल के पासा.. .. ..
Thursday, October 2, 2008
Wednesday, October 1, 2008
Lord s BrahmOtsavams
:::Om namO venkatesaaya :::
THE ANNUAL BRAHMOTSAVAMS OF THE LORD BEGAN
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The Annual Brahmotsavam of Sri Venkateswaraswamy will be held at Tirumala from 1st October 2008 to 9th October 2008.
FIRST DAY
Dwajarohanam Pedda Sesha Vahanam
Second day
Chinna Sesha Vahanam Hamsa Vahanam
Third day
Simha Vahanam Mutyapu Pandiri Vahanam
Fourth dy
Kalpavriksha VahanamSarva Bhoopala Vahanam
Fifth day
Mohini Avataram Garuda Seva
Sixth day
Hanumantha VahanamSwarna Ratham, Gajavahanam Seventh day
Suryaprabha VahanamChandraprabha Vahanam
Eighth day
Rathotsavam Aswa Vahanam
Ninth day
Pallaki Utsavam, Chakrasnanam Golden Tiruchi Utsavam,
Dwajarohanam Pedda Sesha Vahanam
Second day
Chinna Sesha Vahanam Hamsa Vahanam
Third day
Simha Vahanam Mutyapu Pandiri Vahanam
Fourth dy
Kalpavriksha VahanamSarva Bhoopala Vahanam
Fifth day
Mohini Avataram Garuda Seva
Sixth day
Hanumantha VahanamSwarna Ratham, Gajavahanam Seventh day
Suryaprabha VahanamChandraprabha Vahanam
Eighth day
Rathotsavam Aswa Vahanam
Ninth day
Pallaki Utsavam, Chakrasnanam Golden Tiruchi Utsavam,
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