Thursday, November 29, 2007

अजारे अब मेरा दिल पुकारे

आजा रे,
अब मेरा दिल पुकारा,
रो रो के गम भी हारा
बदनाम न हो प्यार मेरा
मौत मेरी तरफ आने लगी,
जान तेरी तरफ जाने लगी
बोल शाम-ये-जुदाई क्या करे,
आस मिलाने की तदापाने लगी
आजा रे.. ..
घबराए हाय रे दिल सपनों में
आ के कभी मिलाजा रे.. ..
अपने बीमार-ये-गम को देख ले,
हो सके टू तू गम को देख ले
तूने देखा न होगा ये समा,
कैसे जाता हैं दम को देख ले
आजा रे.. ..

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