Saturday, February 14, 2009

हाय सोनिये हिरिये हिरिये हाय ...फ़िल्म : हिमालय की गोदमे

र : हाय सोनिये हीरिये-हीरिये हाय रे हाय
उ : ओए सोनिया ओए सोनिया होए रांझिया रांझिया रांझिया
को : ओए शाबा ओए शाबा नी कुड़िये पहाड़ दिये
ओए शाबा ओए शाबा वे मुंडिया शहर दिया

र : ओ तू रात खड़ी थी छत पे नी मैं समझा के चाँद निकला
को : होय तू रात खड़ी ...
उ : बुरा हो तेरा तुझे देख के कोठे से मेरा पैर फिसला
को : बुरा हो तेरा ...

र : ( कट जाए ना मेरी ज़िन्दगी ) -२ होए तेरी कल परसों में
को : कट जाए ना ...
उ : ( कल परसों में बात नहीं बनती ) -२ बनती है जा के बरसों में
को : कल परसों में ...

र : ( तेरे पाँव में नहीं घुँघरू ) -२ होती है छम-छम कैसे
को : तेरे पाँव में ...
उ : ( ये तो राज़ की बातें हैं ) -२ बता दें तुझे हम कैसे
को : ये तो राज़ ...

र : ( तेरी ज़ुल्फ़ जो बिखरी तो ) -२ लेके बीन सपेरे आ गए
को : तेरी ज़ुल्फ़ जो ...
उ : ( मेरी ज़ुल्फ़ है नागिन तो ) -२ बुरे दिन बस तेरे आ गए
को : मेरी ज़ुल्फ़ है ...

र : चल चलिए नी मुटियारे बैसाखी वाले मेले में
को : चल चलिए नी ...
उ : ( मेले का तो बहाना है ) -२ तू मुझे छेड़ेगा अकेले में
को : मेले का तो ...

No comments: