Saturday, November 21, 2009

तुम कमसिन हो नादाँ हो ..:फ़िल्म : आई मिलन की बेला

तुम कमसिन हो नादान हो नाजुक हो भोली हो

सोचता हूँ की में प्यार करून


मदहोश अदा यह अल्ल्हाद्पन

बचपन तो अभी बीता ही नहीं

एहसास है क्या और क्या है तड़प

इस सोच में दिल डूबा ही नही

एहसास है क्या और क्या है तड़प

इस सोच में दिल डूबा ही नही


तुम कमसिन हो....


तुम आहें भरो और शिकवे करो

ये बात हमें मंजूर नहीं

तुम तारे गिनो और नींद उड़ें

ये रात हमें मंजूर नहीं

तुम तारे गिनो और नींद उड़ें

ये रात हमें मंजूर नहीं


तुम कमसिन हो....

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