Sunday, March 30, 2008

चलते चलते मेरे ऐ गीत यद् रखना

चलते चलते, मेरे ये गीत याद रखना
कभी अलविदा ना कहना,
कभी अलविदा ना कहना
रोते हसते, बस यूं ही तुम
गुनगुनाते रहना
कभी अलविदा ना कहना
, कभी अलविदा ना कहना
प्यार करते, करते हम तुम कही खो जायेंगे
इन ही बहारों के आँचल में थक के सो जायेंगे
सपनों को फ़िर भी तुम यूं ही सजाते रहना
बीच राह में दिलबर, बिछड़ जाए कभी हम अगर
और सूनी सी लगी तुम्हे, जीवन की ये डगर
हम लौट आयेंगे, तुम यूं ही बुलाते रहना

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