Friday, December 28, 2007

अज कि रात मेरे .. (song)

ये रात जैसे दुल्हन बन गयी चरागों से
करूंगा उजाला में दिल के दागों से

आज की रात मेरे दिल की सलामी ले ले
कल तेरी बज्म से दीवाना चला जायेगा
शम्मा रह जायेगी परवाना चला जायेगा

तेरी महफ़िल तेरे जलवे हो मुबारक तुज को
तेरी उलफत से नही आज भी इनकार मुजे
तेरा मयखाना सलामत राहे आये जाना-ये-वफ़ा
मुस्कुराकर तू ज़रा देख ले एक बार मुजे
फिर तेरे प्यार का मस्ताना चला जायेगा

मैंने चाहा के बता दू में हकीकत अपनी
तूने लेकिन ना मेरा राजा-ये-मोहब्बत समजा
मेरी उलज़ं मेरे हालत यहाँ तक पहुंचे
तेरी आंखों ने मेरे प्यार को नफ़रत समजा
अब तेरी राह से बेगाना चला जाएगा

तू मेरा साथ ना डे राह-ये-मोहब्बत में सनाम्चालाते
चलते में किसी राह पे मुद जाऊंगा
कहकशां चाँद सितारें तेरे चूमेंगे कदम
तेरे रस्ते की में एक धुल हूँ, उड़ जाऊंगा
साथ मेरे मेरा अफसाना चला जायेगा

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