ये जवानी, है दीवानी
हट मेरी रानी, रुक जा ओ रानी
देख ज़रा पीछे मुड़के
चली कहां ऐसे उड़ के
गिलि गिलि अक्खा, गिलि गिलि अक्खा
बिलि बिलि बिलि ...
बातें, मुलाक़ातें करने की शाम है
ऐसे में रूठना दीवनों का काम है
हे, ये जवानी है दीवानी ...
खिलके दिल मिलते, खिल जाता बनके फूल
पर तुझको न भूलि छोटी सी मेरी भूल
हे, ये जवानी है दीवानी ...
रूठी, चली झूठी हट छूटी दोस्ती
शिक़वा है होंठों पे, आँखों में प्यार भी
हे, ये जवानी है दीवानी ...
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