Friday, January 16, 2009

यूँ रूठो ना हसीना ...फ़िल्म: नींद हमारी ख्वाब तुम्हारी




http://www।youtube।com/watch?v=_MOhQVDYcXQ





यूँ रूठो ना हसीना मेरी जान पे बन जाएगी
मेरी जान पे बन जाएगी यूँ रूठो ना हसीना

करते न जो बहाना नज़दीक कैसे आते
ये फ़ासला ये दूरी हम किस तरह मिटाते
हाथों में तुम न लेते जब हाथ ही हमारा
इस बेक़रार दिल को मिलता कहाँ सहारा -२
हाय यूँ रूठो ना ...

ये बाल बिखरे-बिखरे गालों पे यूँ न होते
ये नाग काले-काले फूलों में यूँ न सोते
ये रात का अन्धेरा दिन से गले न मिलता
उल्फ़त का शोख़ गुंचा ऐसे न दिल में खिलता -२
हाय यूँ रूठो ना ...

आओ करीब आओ पलकों पे बैठ जाओ
आँखों में झूम जाओ दिल में मेरे समाओ
अब मुस्करा के कह दो हम तो ख़फ़ा नहीं हैं
एक दिल है एक जाँ है हम-तुम जुदा नहीं हैं -२
हाय यूँ रूठो ना ...

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