ओ मांझी चल -४
तू चले तो छम-छम बाजे मौजों की पायल
ओ मांझी चल, ओ मांझी चल, ओ मांझी चल, ओ ओ मांझी
चल
(तेरा जीवन नदीया की धार है
तन है नैय्या, मन पतवार) -२
सुन ओ मांझी, मौजों की पुकार है
थाम ले तू
थाम ले तू मस्त पवन का, लहराता आंचल
ओ मांझी चल, ओ मांझी चल, ओ मांझी चल, ओ ओ मांझी
चल
(आशाओं से नाता जोड ले
ये निराशा के बंधन तोड दे) -२
सुन ओ मांझी, आज का गम तू छोड दे
आज तो पीछे
आज तो पीछे रह गया है, सामने है कल
ओ मांझी चल, ओ मांझी चल, ओ मांझी चल, ओ ओ मांझी
चल
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