Saturday, November 21, 2009

मई प्यार का किवाना ..फ़िल्म : आई मिलन की बेला

मैं प्यार का दीवाना सबसे मुझे उल्फत हैं

हर फूल मेरा दिल हैं और दिल में मोहब्बत हैं

मैं प्यार का दीवाना ...


घबरा के खिजा गुजरी और दौर नया आया

इंसान के जीवन में इक रंग नया लाया

( सीने में नई हलचल ) -

चहरे पे भी रंगत हैं

मैं प्यार का दीवाना ...


सुनता हूँ मैं लहरों से संगीत बहारों के

दम लेने को रुकता हूँ साए में चनारों के

( कांटे हों की अंगारे ) - चलना मेरी आदत है

मैं प्यार का दीवाना ...


तू क्या हैं मुझे एक दिन मिल जाए तो मैं जानूं

और फूल मेरे दिल का खिल जाए तो मैं मानूं

( जलवों का पुजारी हूँ ) - दीदार की हसरत हैं

मैं प्यार का दीवाना ...

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