Friday, May 23, 2008

एक डाल पर तोता बोले -

एक डाल पर तोता बोले -२ एक डाल पर मैना
दूर-दूर बैठे हैं लेकिन प्यार तो फिर भी है ना
बोलो है ना है ना है ना

ओ ओ ओ ओ एक डाल पर तोता बोले एक डाल पर मैना

मैं तेरे नैनों की निंदिया तू मेरे दिल का चैना
बोलो है ना है ना है ना
: एक डाल पर तोता बोले

: ये क्या मुझको हो गया साजन कभी रोऊँ कभी गाऊँ
पेड़ से लिपती बेल जो देखूँ लाज से मर-मर जाऊँ
: ये पागलपन कैसा कब से हो गया ऐसा
: बिन बतलाए समझो साजन आज नहीं कुछ कहना
बोलो है ना है ना है ना
: एक डाल पर तोता बोले ...

: आँधी आए तूफ़ाँ आए या बरसें बरसातें
इक दूजे के हो जाएं हम ख़त्म न हो दिन-रातें
: ख़त्म न हो दिन-रातें -२ मीठी प्यार की बातें -२
: होंठ अगर ख़ामोश रहें तो बोल उठेंगे नैना
बोलो है ना है ना है ना
दो : एक डाल पर तोता बोले ...

ल : जनम-जनम की प्यास रे साजन पल में बुझेगी कैसे
जीवन भर ये संग न छूटे अंग लगा लो ऐसे
: आ मिल जाएँ ऐसे सागर नदिया जैसे
: सीख लिया है प्यार में हमने मिटकर ज़िन्दा रहना
बोलो है ना है ना है ना
एक डाल पर तोता बोले ..
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