एहसान तेरा होगा मुज़ पर
दिल चाहता हैं वो कहने दो
मुजे तुम से मोहब्बत हो गयी हैं
मुजे पलकों की छाँव में रहने दो
तुम ने मुज़ को हसना सिखाया
रोने कहोगे रो लेंगे हम
आँसू का हमारे गम ना करो
वो बहते हैं टू बहने दो
चाहे बना दो चाहे मिटा दो
मर भी गए टू देंगे दुवायें
उड़ उड़ के कहेगी ख़ाक सनम
ये दर्द-ये-मोहब्बत सहने दो
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