Saturday, May 10, 2008

दुखी मन मेरा सुन मेरा कहना

फ़िल्म : FANTOOSH 1956 :))

दुखी मन मेरे, सुन मेरा कहना

जहा नहीं चैना, वहा नहीं रहना

दर्द हमारा कोई न जाने, अपनी गरज के सब हैं दीवाने

किस के आगे रोना रोये, देस पराया लोग बेगाने



लाख यहाँ जोली फैला ले, कुछ नहीं देंगे इस जगावाले

पत्थर के दिल मोम ना होंगे, चाहे जितना नीर बहा ले



अपने लिए कब हैं ये मेले, हम हैं हर एक मेले में अकेले

क्या पाएगा उस में रह कर, जो दुनिया जीवन से खेले

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