बेकरार दिल तू गाए जा,
खुशियों से भरे वो तराने
जिन्हें सुन के दुनिया जूम उठे
और जूम उठे दिल दीवाने
राग हो कोइ मिलन का, सुख से भरी सरगम का
युग युग के बन्धन का, साथ हो लाखों जनम का
एसे ही बहारे गाती राहे, और सजाते राहे वीराने
रात यूं ही थम जायेगी, रुत ये हसीं मुसकयेगी
बंधी कली खिल जायेगी, और शबनम शरमायेगी
प्यार के हो एसे नगमे, जो बन जाये अफसाने
दर्द में डूबी धून हो, सीने में एक सुलगन हो
साँसों में हलकी चुभन हो, सहमी हुयी धड़कन हो
दोहराती राहे बस गीत नये, दुनिया से राहे बेगाने
kishore in door ki raahi
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