Sunday, February 17, 2008

बोल रे कटपुतली डोरी

बोल री कठापुताली डोरी,
कौन स्नाग बांधी
सच बतला तू नाचे किस के लिए
बावरी कठापुताली डोरी
पीया संग बांधी
मई नाचू अपने पीया के लिए
जहा जिधर साजन ले जाए,संग चालू मैं छाया सी
वो हैं मेरे जादूगर मी, जादूगर की माया सी
जानाबूज़ कर छेड़ के, मुज़ से पूछे ये संसार
पीया ना होते, मैं ना होती, जीवन राग सुनाता कौन
प्यार थिरकता किस की धून पर, दिल का साज बजाता कौन
दूर दूर जिस पवन से गुजरे, गाती जाए बहार


फ़िल्म : कटपुतली

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