Thursday, November 6, 2008

रुक जा रात ठहर जा रे चन्दा ..: फ़िल्म: दिल एक मन्दिर

रुक जा रात ठाहर जा रे चन्दा,

बीते ना मिलन की बेला

आज चांदनी के नगरी में,

अरमानों का मेला



पहले मिलन की यादे ले कर आयी हैं ये रात सुहानी

दोहराते हैं फ़िर ये सितारे, मेरी तुम्हारी प्रेम कहानी



कल का डरना, काल की चिंता, दो तन है, मन एक हमारे

जीवन सीमा के आगे भी, आऊँगी मैं संग
तुम्हारे

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