भूली हुयी यादों, मुजे इतना ना सताओ
अब चैन से रहने दो, मेरे पास ना आओ
दामन में लिए बैठा हू, टूटे हुए तारे
कब तक मैं जिऊंगा यूं ही, ख़्वाबों के सहारे
दीवाना हू, अब और ना दीवाना बनाओ
लूटो ना मुजे इस तरह, दोराहे पे ला के
आवाज ना दो एक नयी राह दिखा के
संभाला हू मैं गिरगिर के, मुजे फिर नागिराओ
mukhesh in Sanjog...
No comments:
Post a Comment