Saturday, May 10, 2008

दो नैनो मी आंसू भरे है

दो नैनो में आंसू भरे हैं, निन्दीया कैसे समाये

डूबी डूबी आखों में, सपनों के साए

रातभर अपने हैं, दिन में पराये

कैसे नैनों में निन्दीया समाये

जूठे तेरे वादों पे बरस बिठाये

जिंदगी टू काटी, ये रात कट जाए

कैसे नैनों में निन्दीया समाये

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