Monday, September 8, 2008

परदे में रहनेदो ..फ़िल्म शिकार




HAPPY BIRTHDAY TO ASHAAJI........


परदे में.न रहने दो, परदा न उठाओ

परदा जो उठ गया तो भेद खुल जायेगा

अल्लाह मेरी तौबा, अल्लाह मेरी तौबा ...



मेरे परदे में.न लाख जलवे है.न

कैसे मुझसे नज़र मिलाओगे

जब ज़रा भी नकाब उठाउऊ.नगी

याद रखना की, जल ही जाओगे

परदे में.न रहने दो, परदा न उठाओ ...



हुस्न जब बेनकाब होता है

वो समा.न लाजवाब होता है

ख़ुद को ख़ुद की ख़बर नही.न रहती

होश वाला भी, होश खोता है

परदे में.न रहने दो, परदा न उठाओ ...



हाय जिसने मुझे बनाया है,

वो भी मुझको समझ न पाया है

मुझको सजदे किए है.न इंसा.न ने

इन फरिश्तो.न ने, सर झुकाया है

परदे में.न रहने दो, परदा न उठाओ ...



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