Monday, September 22, 2008

ओ आजा पंछी अकेला है ..फ़िल्म : नौ दो ग्यारह

र: ओ आजा पंछी अकेला है
आ: ओ सो जा निन्दिया की बेला है ) - २
र: ओ आजा पंछी अकेला है

(र: उड़ गई नींद यहां मेरे नैन से
आ: बस करो यूंही पड़े रहो चैन से ) - २
र: लागे रे डर मोहे लागे रे
आ: ओ ये क्या डरने की बेला है
र: ओ आजा पंछी अकेला है ...

(र: ओहो कितनी घुटी सी है ये फ़िज़ा
आ: आहा कितनी सुहानी है ये हवा ) - २
र: मर गये हम निकला दम मर गये हम
आ: मौसम कितना अलबेला है
र: ओ आजा पंछी अकेला है ...

(र: बिन तेरे कैसी अंधेरी ये रात है
आ: दिल मेरा धड़कन मेरी तेरे साथ है ) - २
र: तन्हा है फिर भी दिल तन्हा है
आ: लागा सपनों का मेला है
र: ओ आजा पंछी अकेला है ...

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