Friday, September 12, 2008

नैना बरसे रिम झिम रिम झिम ..फ़िल्म : वो कौन थी

नैना बरसे रिमाजीम रिमाजीम

पीया तोरे आवन की आस

वो दिन मेरी निगाहों में, वो यादें मेरी आहों में

ये दिल अबतक भटकता हैं, तेरी उलफत की राहो में

सूनी सूनी राहें, सहमी सहमी बाहें

आंखों में हैं बरसों की प्यास

नजर तुज बीन मचलती हैं, मोहब्बत हाथ मालती हैं

चला आ मेरे परवाने, वफ़ा की शम्मा जलती हैं

ओ मेरे हमराही, फिरती हूँ घबराई

जहा भी हैं आ जा मेरे पास

अधूरा हूँ मैं अफसाना, जो याद आओ चले आना

मेरा जो हाल हैं तुज बीन वो आकर देख के जाना

भीगी भीगी पलकें, छम छम आंसू छलकें

खोयी खोयी आँखे है उदास

ये लाखों गम ये तनहाई, मोहब्बत की ये रुसवाई

कटी एसी कई रातें, ना तुम आए ना मौत आयी

ये बिन्दीयाँ का तारा, जैसे हो अंगारा

मेहंदी मेरे हाथों की उदास

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