Tuesday, October 7, 2008

पान खायें सैंया हमारो.. फ़िल्म : तीसरी खसम

पान खाये सैंयाँ हमारो
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो

( हमने मँगाई सुरमेदानी
ले आया ज़ालिम बनारस का ज़रदा ) -२

अपनी ही दुनिया में खोया रहे वो
हमरे दिल की न पूछे बेदर्दा
पूछे बेदर्दा

पान खाये सैंयाँ हमारो
होय-होय
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
laugh
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो

( बगिया गुन-गुन पायल छुन-छुन
चुपके से आई है रुत मतवाली ) -२

खिल गईं कलियाँ दुनिया जाने
लेकिन न जाने बगिया का माली
बगिया का माली

पान खाये सैंयाँ हमारो
होय-होय
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो

( खा के गिलोरी शाम से ऊँघे
सो जाये वो दीया-बाती से पहले ) -२
हा
आँगन-अटारी में घबराई डोलूँ
चोरी के डर से दिल मोरा दहले
दिल मोरा दहले

पान खाये सैंयाँ हमारो
साँवली सूरतिया होंठ लाल-लाल
हाय-हाय मलमल का कुरता
laugh
मलमल के कुरते पे छींट लाल-लाल
पान खाये सैंयाँ हमारो

No comments: