पीया बिना, पीया बिना, बासिया
बाजे ना, बाजे ना, बाजे ना
पीया एसे रूठे, के होंठों से मेरे, संगीत रूठा
कभी जब मैं गाऊ, लगे मेरे मन का, हर गीत जूठा
एसे बिछडे, मोसे रसिया
तुम्हारी सदा बिन नहीं एक सूनी, मोरी नगरिया
के चुप हैं पपीहा, मयूर बोल भूले, बन में सवारिया
दिन हैं सूना, सूनी रतिया
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