परबत के पीछे, चम्बे दा गाँव
गाँव में दो प्रेमी रहते हैं
हम तो न्हीं वो दीवाना जिनको
दीवाना लोग कहते हैं
मिलेंगे या बिछड़ेंगे, हाय राम क्या होगा
न जाने इन दोनों का अंजाम क्या होगा
मुफ़्त में हो जायेंगे बदनाम क्या होगा
घर से निकल के, रस्ते पे चल के
ताने हज़ार सहते हैं
गाँव में दो प्रेमी रहते हैं ...
No comments:
Post a Comment