Friday, August 22, 2008

लिखे जो ख़त तुजे वो तेरी याद में ...फ़िल्म कन्यादान

लिखे जो ख़त तुजे, वो तेरी याद में

वो तेरी याद में, हजारो रंग के नजारे बन गए

सवेरा जब हुआ, तो फूल बन गए

जो रात आयी तो सितारें बन गए

कोई नगमा कही गूंजा, कहा दिल ने ये तू आयी

कही चातकी कली कोई, मैं ये समजा तू शरमाई

कोई खुशबू कही बिखरी, लगा ये जुल्फ लहराई

फिजा रंगीन अदा रंगीन ये इठालाना, ये शरमाना

ये अंगडाई, ये तनहाई, ये तरसाकर चले जाना

बना देगा नहीं किस को, जवान जादू ये दीवाना

जहा तू हैं, वहा मैं हूँ, मेरे दिल की तू धड़कन हैं

मुसाफिर मैं तू मंजिल हैं, मैं प्यासा हूँ, तू सावन हैं

मेरी दुनिया ये नजरें हैं, मेरी जन्नत ये दामन हैं



No comments: