Monday, August 18, 2008

कोई लौटा दे मेरा बीते हुए दिन --फ़िल्म : दूर गगन की चाव में

कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन

बीते हुए दिन वो मेरे प्यारे पलछीन

मेरे ख़्वाबों के महल मेरे सपनों के नगर

पी लिया जिन के लिए, मैंने जीवन का जहर

आज मैं ढूँढू कहा, खो गए जाने किधर

बीते हुए दिन वो हाय प्यारे पलछीन



मई अकेला तो ना था, थे मेरे साथी कई

एक आंधी सी उठी, जो भी था ले के गयी

एसे भी दिन थे कभी, मेरी दुनिया थी मेरी

बीते हुए दिन वो हाय प्यारे पलछीन

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