राजा की आयेगी बरात रंगीली होगी रात मगन मैं नाचूंगी
राजा के माथे तिलक लगेगा, रानी के मांग सिन्दूर
मई भी अपने मन की आशा पूरी करूंगी जरुर
मेहंदी से पीले होंगे, सहेलीओं के साथ मगन मैं नाचूंगी
रानी के संग राजा, डोली सजा के, चले जाए परदेस
जब जब उन की याद आयेगी, दिल पे लगेगी ठेस
नैनों में होंगी बरसात अंधेरी होगी रात
अकेली मैं नाचूंगी
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