सौ साल पहले, मुजे तुम से प्यार था
आज भी है, और कल भी रहेगा
सदियों से तुज से मिलाने, जिया बेकरार था
आज भी है, और कल भी रहेगा
तुम रूठा ना करो, मेरी जान मेरी जान निकल जाती है
तुम हसती रहती हो, तो एक बिजली सी चमक जाती है
मुजे जीते जी ओ दिलबर तेरा इंतजार था,
आज भी है, और कल भी रहेगा
इस दिल के तारों में मधुर जानकार तुम ही से है
और ये हसीं जलवा, ये मस्त बहार तुम ही से है
दिल तो ये मेरा सनम तेरा तलबगार था, आज भी है,
और कल भी रहेगा
इन प्यार की राहों में, कहो तो अब ख़ुद को मिटा दू मई
और चांदी से कदमों में, धड़कते दिल को बिछा दू मई
तुजे मेरे जीवन पर सदा इख्तियार था, आज भी है,
और कल भी रहेगा
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