बागड़ बम बम बम बाजे डमरू
नाच रे मयूर झनझना के घुँघरू
बागड़ बम बम ...
आसमाँ पे आज देखो सात रंग छाए
अपने दिल में आग ले के बादल कारे आए
बादल गरजे मेघ बरसे चहुँ ओर सावन लहराए
नाच रे मयूर ...
मच रहा है डार-डार पंछियों का शोर
आ गई है प्यार ले के अब सुहानी भोर
भँवरा झूमे-झूमे-झूमे बाँध प्रीत की डोर
नाच रे मयूर ...
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