र : वो दिन याद करो -२
वो छुप-छुप के मिलना वो हँसना-हँसाना
वो दिन याद करो
ल : वो दिन याद करो -२
वो फूलों की छैंया वो मौसम सुहाना
वो दिन याद करो
र : फिरते थे आज़ाद हम तो चमन में -२
चाँद और सूरज हैं जैसे गगन में
अब तो ये जीवन है उलझन की सीमा
धड़के मेरा दिल अब धीमा-धीमा
वो दिन याद ...
ल : जब मैं कली थी तब ही भली थी -२
ना कोई ग़म था ना बेकली थी
मेरी गली से तेरा गुज़रना
नैनों के रस्ते दिल में उतरना
वो दिन याद ...
र : हम तो वहीं हैं दिन वो कहाँ हैं
दिल तो हमारे अब भी जवाँ हैं
दिल में ही तड़पे अरमान सारे
प्यासे के प्यासे नदिया किनारे
वो दिन याद ...
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