Saturday, December 6, 2008

बन्दा परवर थाम्लो जिगर ...फ़िल्म : फ़िर वाही दिल लाया हूँ

बन्दा परवर थाम लो जिगर बन के प्यार फिर आया हूँ
ख़िदमत में आपके हुज़ूर, फिर वही दिल लाया हूँ

जिस की तड़प से रुख पे तुम्हारे आया निखार गजब का
जिसके लहू से और भी चमका रंग तुम्हारे लब का
गेसू खुले ज़ंजीर बने
और भी तुम तसवीर बने
आइना दिलदार का
नज़राना प्यार का
फिर वही दिल लाया हूँ ...

मेरी निगाह-ए-शौक़ से बचकर यार कहाँ जाओगे
पाँव जहाँ रख दोगे अदा से, दिल को वहीं पाओगे
जाऊँ कहीं ये ख़याल कहाँ
रहूँ जुदा ये मजाल कहाँ
आइना दिलदार का
नज़राना प्यार का
फिर वही दिल लाया हूँ ...

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