र : तेरे पास आ के मेरा वक़्त गुज़र जाता है
दो घड़ी के लिए ग़म जाने किधर जाता है
आ : जब कभी दूर से तू मुझको नज़र आता है
प्यार हँस कर मेरी आँखों में सँवर जाता है
र : तेरे पास आ के ...
आ : तू वही है जिसे इस दिल ने सदाएँ दी हैं -२
तू वही है जिसे नज़रों ने दुआएँ दी हैं
तू वही है कि जो दिल ले के मुक़र जाता है
र : दो घड़ी के लिए ...
दो : तेरे पास आ के ...
र : जाम इतने तेरी मस्ती भरी आँखों से पिए -२
बेखुदी में तुझे सजदे मेरी नज़रों ने किए
तेरे जलवों में ख़ुदा मुझको नज़र आता है
आ : प्यार हँस कर ...
दो : तेरे पास आ के ...
आ : तेरी याद आते ही घबरा के चली आती हूँ -२
मैं हर इक क़ैद को ठुकरा के चली आती हूँ
मैं नहीं आती मुझे प्यार इधर लाता है
र : दो घड़ी के लिए ...
दो : तेरे पास आ के ...
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