उड़ें जब जब ज़ुल्फ़ें तेरी - २
हो, उड़ें जब जब ज़ुल्फ़ें तेरी - २
कुँवारियों का दिल मचले -२
जिन्द मेरिये
हों जब ऐसे चिकने चेहरे - २
तो कैसे न नज़र फिसले -२
जिन्द मेरिये
हो, रुत प्यार करन की आई - २
के बेरियों के बेर पक गये - २
जिंद मेरिये
कभी डाल इधर भी फेरा - २
के तक-तक नैन थक गये -२
जिन्द मेरिये
हो, उस गाँव से सँवर कभी सद्क़े - २
के जहाँ मेरा यार बसता - २
जिंद मेरिये
पानी लेने के बहाने आजा - २
के तेरा मेरा इक रस्ता -२
जिन्द मेरिये
हो, तुझे चाँद के बहाने देखूँ - २
तू छत पर आजा गोरिये - २
जिंद मेरिये
अभी छेड़ेंगे गली के सब लड़के - २
के चाँद बैरी छिप जाने दे -२
जिन्द मेरिये
हो, तेरी चाल है नागिन जैसी- २
रे जोगी तुझे ले जायेंगे - २
जिंद मेरिये
जायेँ कहीं भी मगर हम सजना - २
यह दिल तुझे दे जायेंगे -२
जिन्द मरिये
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