कि:तेरे मेरे मिलन की ये रैना -२
नया कोई गुल खिलायेगी -२
तभी तो चंचल हैं तेरे नैना
देखो ना देखो ना
तेरे मेरे मिलन की ये रैना
ल: आऽ आऽ
( नन्हा सा गुल खिलेगा अँगना
सूनी बय्याँ सजेगी सजना ) - २
कि: जैसे खेले चंदा बादल में
खेलेगा वो तेरे आंचल में
ल: चंदनिया गुनगुनायेगी - २
तभी तो चंचल हैं तेरे नैना
देखो ना
दो: देखो ना
तेरे मेरे मिलन की ये रैना
कि: ( तुझे थामे कई हाथों से
मिलूंगा मदभरी रातों से ) - २
ल: जगा के अनसुनी सी धड़कन
बलमवा भर दूंगी तेरा मन
कि: नई अदा से सतायेगी - २
तभी तो चंचल हैं तेरे नैना
देखो ना
दो: देखो ना
तेरे मेरे मिलन की ये रैना
नया कोई गुल खिलायेगी -२
तभी तो चंचल हैं तेरे नैना
देखो ना देखो ना
तेरे मेरे मिलन की ये रैना
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