इस दुनिया में जीना हो तो सुन लो मेरी बात
ग़म छोड़ के मना लो रंग रेली
और मान लो जो कहे किट्टी केली
जीना उसक जीना है जो हँसते गाते जीले
ज़ुल्फ़ों की घनघोर घटा में नैन के बादल पीले
ऐश के बंदों ऐश करों तुम छोड़ो ये ख़ामोशी
आई हैं रंगीन बहारें लेकर दिन रंगीले
मैं अलबेली चिंगारी हूँ नाचूँ और लहराऊँ
दामन दामन फूल खिलाऊँ और ख़ुशियाँ बरसाऊँ
दुनिया वालों तुम क्या जानो जीने की ये बातें
आओ मेरी महफ़िल में मैं ये दो बातें समझाऊँ
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