कौन आया मेरे मन के द्वारे, पायल की जानकार लिए
आँख ना जाने, दिल पहचाने, सूरातीयाँ कुछ एसी
याद करू तो याद ना आए, मुरतीयाँ ये कैसी
पागल मनवा सोच में डूबा सपनोंका संसार लिए
एक पल सोचू मेरी आशा रूप बदल कर आयी
दूजे पल फ़िर ध्यान ये आए, हो न कही परछाई
जो परदेसी के घर आयी, एक अनोखा प्यार लिए
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