कोरा कागज़ था, ये मन मेरा, लिख लिया नाम इस पे तेरा
सूना आँगन था, जीवन मेरा, बस गया प्यार, इस में तेरा
टूट न जाए सपने, मैं डरता हूँ
नीस दिन सपनों मी, देखा करता हूँ
नैना कजरारे, मतवारे, ये इशारे
खाली दर्पण था ये मन मेरा, रच गया रूप इस में तेरा
चैन गवाया, मैंने निंदीया गवाई
सारी सारी रात जागू, दू मैं दुहाई
कहू क्या मैं आगे, नेहा लागे, जी न लागे
कोई दुश्मन था ये मन मेरा, बन गया मीत जा के तेरा
बागों में फूलों के, खिलने से पहले
तेरे मेरे नैनों के, मिलाने से पहले
कहा थी ये बातें, मुलाकाते, एसी राते
टूटा तारा था ये मन मेरा, बन गया चाँद होके तेरा
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