खिलौना जानकर तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो
मुजे इस हाल में, किस के सहारे छोड़ जाते हो
खुदा का वासता दे कर मना लू, दूर हूँ लेकीन
तुम्हारा रास्ता मैं रोक लू, मजबूर हूँ लेकीन
मई चल भी नहीं सकता हूँ, और तुम दौड़ जाते हो
गिला तुम से नहीं कोई, मगर अफसोस थोडा है
के जिस गम ने मेरा दामन मेरा दामन बड़ी मुश्किल से छोडा है
उसी गम से फ़िर आज रिश्ता जोड़े जाते हो
मेरे दिल से ना लो बदला, जमाने भर की बातों का
ठाहर जाओ सुनो, मेहमान हूँ मैं चाँद रातों का
चले जाना अभी से किस लिए, मुह मोड़ जाते हो
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