ले चल ले चल मेरे जीवन साथी
ले चल मुजे उस दुनिया में, प्यार ही प्यार हैं जहाँ
हम तुम हम तुम जन्मों के साथी
हम तुम हो जिस दुनिया में, प्यार ही प्यार हैं वहा
जब से नजर में आप बसे हैं, मस्ती सी छाई हैं आंखों में
छाई रही हैं ये मस्ती, बस जाए दिल की बस्ती
महकी रहे वादियाँ ...
परीत का बंधन बाँध के तुम ने, परीत पे ही उपकार किया हैं
अब ये बंधन ना टूटे, युगयुग ये साथ ना छूटे
चलता रहे यूँ कारवां ...
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