मुज़ को इस रात की तनहाई में आवाज ना दो
जिसकी आवाज रुला दे मुजे वो साज ना दो
रोशनी हो ना सकी दिल भी जलाया मैंने
तुम को भूला ही नही लाख भुलाया मैंने
मई परेशान हूँ मुजे और परेशान ना करो
इस कदर जल्द किया मुज़ से कनारा तुम ने
कोई भटकेगा अकेला ये ना सोचा तुम ने
छुप गए हो तो मुजे याद भी आया ना करो
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