मोरा गोरा अंग ले ले, मोहे शाम रंग दे दे
छुप जाऊंगी रात ही में, मोहे पी का संग दे दे
एक लाज रोके पैय्या, एक मोह खींचे बैय्या
जाऊ किधर ना जानू, हमका कोइ बताईदे
बदली हटा के चन्दा, चुप के से जानके चन्दा
तोहे राहू लागे बैरी, मुसकाये जी जलायके
कुछ खो दिया हैं पायके, कुछ पा लिया गवायके
कहा ले चला हैं मनवा, मोहे बावरी बनायके
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