ना ये चाँद होगा, ना तारे रहेंगे
मगर हम हमेशा तुम्हारे रहेंगे
बिछादाकर चले जाए तुम से कही
तो ये ना समज़ना मोहब्बत नही
जहा भी रहे हम तुम्हारे रहेंगे
ज़माना अगर कुछ कहे भी तो क्या
मगर तुम ना कहना हमे बेवफा
तुम्हारे लिए है, तुम्हारे रहेंगे
ये होगा सितम हम ने पहले ना जाना
बना भी ना था, जल गया आशियाना
कहा अब मोहब्बत के मारे रहेंगे
No comments:
Post a Comment