मेरे सपनों की रानी, कब आयेगी तू
आयी रुत मसतानी, कब आयेगी तू
बीती जाए जिंदगानी, कब आयेगी तू
चली आ, तू चली आ
प्यार की गलिया, बागों की कलियाँ
सब रंग रलिया, पूछ रही हैं
गीत पनघट पे किस दिन जायेगी तू
फूल सी खिल के, पास आ दिल के
दूर से मिल के चैन ना आए
और कब तक मुजे तड़पायेगी तू
क्या हैं भरोसा, आशिक दिल का
और किसी पे ये आ जाए
आ गया तो बहोत पछताएगी तू
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