ओ बेकरार दिल हो चुका हैं मुज़ को आसूओं से प्यार
मुजे तू खुशी ना दे, नयी जिंदगी ना दे
मिली चमन को बहार, हँसी फूल को मिली
गीत कोयल को मिले, और मैंने पायी खामोशी
मुजे बासुरी ना दे, कोई रागिनी ना दे
ओ बेकरार दिल ...
आए घटा, घिर के घटा छाये
और प्यासी कली, गम की जली, तरस तरस जाए
रहे सदा जो मेरा, वही मेरी जिंदगी
हैं रोज अँधेरा, और चार दिन की चांदनी
मुजे चांदनी ना दे, मुजे रोशनी ना दे
ओ बेकरार दिल ...
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