ओ बाबू ओ लाला,
मौसम देखो चला
सुन ले दिल क्या बोला,
है कोई प्यार करने वाला
ओ बाबू ओ लाला ...
खोयी खोयी रुत है
कुछ बहकी कुछ बहकाई
महफ़िल की महफ़िल है
तन्हायी की तन्हायी
आजा मिटा दें फ़ासला
ओ बाबू ओ लाला ...
सुन जा क्या कहती हैं
ये भीगी भीगी रातें
साथी बन जा मेरा
कर लें दो मीठी बातें
मुझसे निगाहें तो मिला
ओ बाबू ओ लाला ...
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