आ जा सनम मधुर चाँदनी में हम
तुम मिलें तो वीराने में भी आ जाएगी बहार
झूमने लगेगा आसमां - २
कहता है दिल और मचलता है दिल
मोरे साजन ले चल मुझे तारों के पार
लगता नहीं है दिल यहाँ - २
भीगी-भीगी रात में, दिल का दामन थाम ले
खोई-खोई ज़िन्दगी हरदम तेरा नाम ले
[ चाँद की बहकी नज़र, कह रही है प्यार कर
ज़िन्दगी है इक सफ़र, कौन जाने कल किधर ) - २
आ जा सनम मधुर ...
दिल ये चाहे आज तो, बादल बन उड़ जाऊँ मैं
दुल्हन जैसा आसमां, धरती पर ले आऊँ मैं
( चाँद का डोला सजे, धूम तारों में मचे
झूम के दुनिया कहे, प्यार में दो दिल मिले ) - २
आ जा सनम मधुर ...
No comments:
Post a Comment