A good song from Chitragupt tuned film OONCHE LOG ...by mahendra and latha
आजा रे मेरे प्यार के राही
राह निहारूँ बड़ी देर से, आजा ...
जो चाँद बुलाए, मैं तो नहीं बोलूँ
जो सूरज आए, आँख नहीं खोलूँ
मूँद के नैना मैं तिहारी
राह निहारूँ बड़ी देर से, आजा रे ...
कहाँ है बसा दे तन की ख़ुशबू से
घटा से मैं खेलूँ ज़ुल्फ़ तेरी छूके
रूप का तेरे मैं पुजारी
राह निहारूँ बड़ी देर से, आजा रे ...
कहीँ भी रहूँगी मैं हूँ तेरी छाया
तुझे मैंने पाके फिर भी नहीं पाया
देख मैं तेरी प्रीत की मारी
राह निहारूँ बड़ी देर से, आजा रे ...
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