हम तुम से जुदा हो के,
मर जायेंगे रो रो के
दुनिया बड़ी जालिम है, दिल तोड़ के हसती हैं
एक मौज किनारे से, मिलाने को तरसती हैं
कह दो ना कोई रोके
सोचा था कभी दो दिल मिलकर ना जुदा होंगे
मालूम न था हम यूँ, नाकाम-ये-वफ़ा होंगे
किस्मत ने दिए धोखे
वादे नहीं भूलेंगे, कसमें नहीं तोडेंगे
ये तय हैं के हम दोनों, मिलना नहीं छोडेंगे
जो रो सके रोके
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