Tuesday, July 22, 2008

जिया बेकरार है छाई बहार है .... फ़िल्म :बरसात

जिया बेकरार हैं, छाई बहार हैं

आजा मोरे बालमा, तेरा इंतजार है

सूरज देखे, चन्दा देखे, सब देखे हम तरसे

जैसे बरसे कोई बदरीया, एसे आखियाँ बरसे

नैनों से एक तारा टूटे, मिट्टी में मिल जाए

आंसू की बरसात बलमवा, दिल में आग लगाए

तुज को नज़ारे ढूंढ रही है, मुखडा तो दिखला जा

रस्ते पर हूँ आस लगाए, आनेवाले आ जा

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